India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले के एक अस्पताल में गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिवार वालों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा किया। घरवालों से अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए है। घर वालों का कहना है कि इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई थी । जिसके कारण ही उन्होंने अपनी बेटी को खोया है। वहीं हंगामा के बाद अस्पताल के बाहर भीड़ जमा हो गई जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया।
लेकिन हंगामा कर रहे लोगों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और मेडिकल पर कार्रवाई की मांग की है। कई घंटों तक चले प्रदर्शन के बाद रात करीब 12 बजे बाद अस्पताल और परिवार वालों के बीच समझौता हो गया
धरने पर बैठे लोग
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत जानकारी के अनुसार सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ इलाके के दुदवा गांव निवासी सोनू देवी को शुक्रवार को प्रसव के लिए शहर के नीरजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शनिवार को महिला का 7वें महीने में ऑपरेशन से प्रसव हुआ। समय से पहले प्रसव होने के कारण नवजात का वजन कम था, जिसके कारण बच्चे को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। वहीं, प्रसव के कुछ घंटे बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी, जिससे परिजन काफी घबरा गए।
भारत ने चेन्नई टेस्ट में बांग्लादेश को दी पटखनी, शतक के बाद अश्विन ने खोला पंजा
डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
परिवार वालों ने अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाए है। घर वालों का कहना है कि महिला की हालत बिगड़ने के बाद भी अस्पताल के डॉक्टर महिला के ठीक होने का झूठा आश्वासन देकर उसका इलाज करते रहे। लेकिन जब महिला की हालत ठीक नहीं हुई तो उसे जयपुर रेफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद घर वाले वापस महिला के शव को अस्पाल ले गए। जिसके बाद बाहर ही घरवालों ने हंगामा और जमकर प्रदर्शन किया।
पति को छोड़ पंचरवाले के साथ संबंध बनाने लगी पत्नी, की ऐसी हरकत, पार की सारी हदें
सूचना मिलने पर उद्योग नगर पुलिस अस्पताल के बाहर पहुंची और पहले मामले की जानकारी ली। फिर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन परिजन और ग्रामीण पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। 5 घंटे तक शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया गया। गर्भवती महिला की मौत के बाद शाम करीब 7 बजे नीरजा अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ और करीब 12 बजे तक जारी रहा। इस दौरान अस्पताल प्रशासन और परिजनों के बीच कई दौर की वार्ता हुई। दोपहर करीब 12 बजे अस्पताल प्रशासन ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने पर सहमति जताई। जिसके बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ और परिजन मृतक महिला सोनू देवी के शव को लेकर अपने गांव के लिए रवाना हो गए।
पहले सत्ता और अब अरविंद केजरीवाल के हाथ से गई ये बेसकीमती चीज, दिल्ली में आतिशी ने कर दिया यह खेल!