India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Politics: राजस्थान में ईआरसीपी का नाम बदलने को लेकर बयानबाजी बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के बयान पर जलदाय मंत्री कन्हैया चौधरी ने पलटवार किया है। गणतंत्र दिवस पर टोंक पहुंचे जलदाय मंत्री कन्हैया चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुछ नहीं करती, सिर्फ आपत्ति जताती है। हमने ईआरसीपी का नाम भगवान राम के नाम पर रखा है, जिनके नाम मात्र से जीवन बेहतर हो जाता है। उन्होंने राम जल सेतु लिंक परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस इस परियोजना का नाम अपने रिश्तेदारों के नाम पर रखती तो वे सहमत होते।

ईआरसीपी नामकरण पर कैबिनेट मंत्री का चौकाने वाला बयान

कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी है। टोंक जिले का एक भी बांध खाली नहीं रहेगा। चौधरी ने कहा कि जब सीता माता का रावण ने अपहरण कर लिया था तो उन्हें वापस लाने के लिए राम सेतु का निर्माण किया गया था। यानि जोड़ने का काम भगवान राम ने किया था। इसलिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ईआरसीपी परियोजना का नाम भगवान राम के नाम से बदलकर राम जल सेतु लिंक परियोजना कर दिया है।
अगर कांग्रेस इस पर काम करती तो हमें इस परियोजना से पानी मिल जाता। उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि उनकी वजह से हमें यह 5 साल देरी से मिला। हमारी सरकार आते ही इसका शिलान्यास किया गया, जिसका काम भी तेज गति से चल रहा है। उम्मीद है कि आने वाले 4 सालों में हमें इससे पानी मिल जाएगा। मंत्री रावत ने भी अपनी बात रखी है।  इससे पहले जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने भी कांग्रेस को झूठ की राजनीति बंद करने की नसीहत दी थी।
रावत ने यह भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस राम के नाम से चिढ़ती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा झूठ फैला रहे हैं। डोटासरा को अपनी अंतरात्मा में झांकना चाहिए. क्योंकि अपने पिछले कार्यकाल में उनकी अतिवादी मानसिकता के कारण ही आज कांग्रेस की हालत खराब है और जनता ने भी उसे उपचुनाव में करारी शिकस्त दी है।