India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को लेकर बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि साल 2027 तक राज्य ऊर्जा क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर बने और किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने ‘राइजिंग राजस्थान’ निवेश सम्मेलन के तहत ऊर्जा क्षेत्र में हुए समझौतों (एमओयू) की सराहना करते हुए कहा कि इनसे राज्य में ऊर्जा सुदृढ़ीकरण को नई गति मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन करारों को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए ताकि निवेशकों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
ऊर्जा परियोजनाओं की नियमित निगरानी
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा, “राज्य में आए प्रत्येक निवेशक को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। यदि किसी निवेशक को परेशानी होती है, तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।” शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन परियोजनाओं की प्रगति की हर माह समीक्षा की जाए और मुख्यमंत्री कार्यालय को 11 और 26 तारीख को प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
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ऊर्जा सुदृढ़ीकरण को मिली गति
‘राइजिंग राजस्थान’ सम्मेलन के दौरान ऊर्जा क्षेत्र में सर्वाधिक करार हुए हैं, जो राज्य को ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी बनाने में मददगार साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने इन करारों को राजस्थान की ऊर्जा क्रांति का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि इस पहल से किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने का सपना साकार होगा।
निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर निवेशक को यह महसूस होना चाहिए कि राजस्थान ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए सबसे उपयुक्त राज्य है। राजस्थान सरकार के इन प्रयासों से राज्य न केवल ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
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