India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Seasonal Disesase Outburst: राजस्थान में अभी भी थोड़ी बहुत बारिश का दौर जारी है। ऐसे में बारिश के कारण मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। आए दिन जुकाम बुखार सर्दी के मरीज अस्पतालों के चक्कर लगा रहे है। बढ़ते मौसमी बीमारियों के खतरे को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड़ पर नजर आ रही है। ऐसे में मौसमी बीमारियों से बचने के लिए सरकार अब योजना बना रही है। मौसमी बीमारियों के प्रबंधन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी गई है।
मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के इंतजाम
स्वास्थ्य भवन में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। जिसमे मौसमी बीमारियों के बारे में चर्चा हुई। बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा कि, एक महीना मौसमी बीमारियों की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण है।
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बैठक में अस्पतालों में जांच किट एवं दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता रखने के निर्देश भी दिए गए। जिन अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के मरीज ज्यादा पहुंच रहे है। वहां किसी भी तरह की कमी ना पड़े उस पर खासतौर पर ध्यान दिया जाएगा। अस्पतालों में डेडिकेटेड ओपीडी चलाने के साथ ही मरीजों के लिए पर्याप्त बेड की व्यवस्था की जाएगी। प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने इन पर जोर देते हुए कहा कि, प्रदेश भर में मौसमी बीमारियों को रोकने के लिए आईईसी गतिविधियां व्यापक स्तर पर की जाएं।
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आगे उन्होंने कहा कि, ज्यादातर गांव के लोग सर्दी बुखार सही करने के लिए घरेलू उपचार अपनाते है लेकिन जब ठीक नही हो पाते तब जाकर वो अस्पताल जाते है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए यदि आपको लग रहा है आपका स्वास्थ्य सही नहीं है तो आपको पहले ही अस्पताल जाकर सही दवाई लेनी चाहिए। अक्सर बिमारी मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया होता है। इनके लक्षण के पहचानने के लिए अस्पातल जाएं।