India News UP(इंडिया न्यूज),Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने जीजा के साथ अवैध संबंध थे, जिसके कारण उसने अपने पति को तड़पा – तड़पाकर मार दिया। उसके बाद उसे उसी घर में गाड़ दिया। दो साल तक किसी को कुछ पता नहीं चला। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा पुलिस ने किया है। आरोपी महिला को पुलिस ने थर लिया है।
2 साल पहले की थी पति की हत्या
अदालत के फैसले के बाद, सल्लोपाट जिला पुलिस विभाग ने अपने पति की हत्या के आरोपी महिला को गिरफ्तार किया। यह घटना सज्जनगढ़ पुलिस अधिकारी की रिपोर्ट में दर्ज है। गौरतलब है कि आरोपी अरविंद की पत्नी हेजामल निवासी हेजामाल ने दो साल पहले अपने पति की हत्या कर दी थी और उसे उसी घर में दफना दिया था, जहां वह रहता था। जैसे-जैसे पुलिस किसी की हत्या पर सवाल उठाती गई, नई-नई परतें खुलती गईं।
ये है पूरा मामला
दरअसल, कुछ दिन पहले थाने में सुनील नाम के युवक की हत्या का मामला दर्ज हुआ था। मामले में मृतक की चाची परम कनिपा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और अदालत के आदेश के बाद जेल भेज दिया। सुनील की हत्या में शामिल अरथूना थानान्तर्गत भारजाल निवासी जीजा परमा धनपाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उन दोनों से सुनील की हत्या के मामले में पूछताछ की जा रही थी तभी पुलिस को पता चला कि परम ने दो साल पहले अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। वह आज भी लापता है।
पूछताछ में उगला सच
पुलिस ने जब उस से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो परम टूट गई और उसने कबूल कर लिया कि उसने अपने जीजा धनपाल के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की है। धनपाल ने भी अरविंद की हत्या में शामिल होने की बात कबूल कर ली। पति ने घर में शौचालय बनाने के लिए गड्ढा खोदा, उसे मारकर उसमें दफना दिया और शौचालय बना लिया।
दो साल पहले की है पूरी घटना
पुलिस के मुताबिक घटना करीब दो साल पहले की है। एक दिन परम उसके घर पर मौजूद था। वहां उनका दामाद आया। परम और उसके जीजा के बीच पहले से ही अवैध संबंध थे। घटना की शाम अरविंद शराब पी रहा था। फिर वह अपनी पत्नी से झगड़ने लगा। जीजा धनपाल ने कई बार पति-पत्नी के बीच सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। ऐसे में परम ने धनपाल से कहा कि मैं अब उसके साथ नहीं रह सकता और उसे खत्म करना होगा।
दोनों ने मिलकर की थी हत्या
दोनों ने मिलकर कुल्हाड़ी से अरविंद की गर्दन काट दी। इसके बाद शव को घर में ही एक गड्ढे में दफना दिया गया। शौचालय का यह गड्ढा कुछ दिन पहले अरविंद ने ही खोदा था। बाद में उन्होंने इसे साफ़ किया और अगले दिन उन्होंने अपने पति के लापता होने की सूचना दी। इसी बीच उसी गड्ढे में शौचालय बन गया और सभी लोग उसका उपयोग करने लगे। पुलिस ने लापता लोगों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और मामला दो साल तक बंद रहा। अब यह प्रश्न खुला है। सुनील की हत्या के अलावा अरविंद की हत्या की भी जांच शुरू कर दी गई है। अब आज से घर में बने शौचालय को नष्ट कर अरविंद के शव को ठिकाने लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।