India News(इंडिया नयूज), Neeraj Chopra Mother: गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल जीतने में नाकामयाब रहे लेकिन सिल्वर मेडल पर कब्जा जमा लिया। बता दें कि कल पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92 मीटर दूर भाला फेंका जबकि नीरज चोपड़ा 89 मीटर पर ही सिमट गए। सिल्वर पाकर भी नीरज खुश नहीं है क्यों कि उनका मंजिल गोल्ड मेडल जीतना था। जब मीडिया ने नीरज की माता से बातचीत की को उन्होंने एक ऐसा बयान दिया जिससे भारत और पाकिस्तान की दूरियां ऐसी लगी जैसे कम सी हो गईं हो। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।
Akhilesh Yadav: ‘CBI और इनकम टैक्स ऑफिस जाओ…’, Income के सवाल पर भड़क गए अखिलेश यादव
अरशद भी हमारे बेटे जैसा है- नीरज की माता
हम बहुत खुश हैं। हम चांदी को भी सोना मानते हैं। जब नीरज की माता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अरशद नदीम जीता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जिसने गोल्ड जीता है वह भी हमारा लड़का है। उसने कड़ी मेहनत करके यह मुकाम हासिल किया है। हर खिलाड़ी का अपना दिन होता है। वह चोटिल था, इसलिए हम उसके प्रदर्शन से खुश हैं। जब वह आएगा तो मैं उसका पसंदीदा खाना बनाऊंगी।
‘हमारे लिए चांदी भी सोना है’
नीरज चोपड़ा की मां का नाम सरोज देवी है। पिछली बार जब नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, तो उन्होंने उनका स्वागत उनकी पसंदीदा डिश ‘चूरमा’ से किया था।
नीरज को बचपन से ही ‘चूरमा’ पसंद है। यही वजह है कि उनकी मां घर पहुंचने पर उनके लिए ‘चूरमा’ बनाती हैं। फाइनल मुकाबले में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो कर टॉप किया था। जिसके लिए उन्हें गोल्ड मेडल मिला। वहीं नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर भाला फेंका। जिसकी बदौलत वह सिल्वर मेडल पर कब्जा करने में सफल रहे, उन्होंने फाइनल राउंड में 88.54 मीटर तक भाला फेंका।
‘ऐसा आशीर्वाद दो कि..’, कोचिंग में जन्मदिन मनाने के बाद 11वीं की छात्रा ने ब्रिज से लगा दी छलांग