भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए दूसरे मुकाबले में श्रीलंका ने भारत को 16 रनों से हरा दिया था। इस मैच में अर्शदीप सिंह ने एक ही ओवर में लगातार तीन नो बॉल डालें थे। और अपने अगले ओवर में दो नो बॉल और डाले। कल की मैच में अर्शदीप सिंह ने अपने चार ओवर की स्पेल में से सिर्फ दो ओवर ही डाले थे और इन दो ही ओवरों में उन्होंने कुल पांच नो बॉल दिए थे।
जब गौतम गंभीर से अर्शदीप सिंह के नो बॉल पर उनकी राय मांगी गयी तो उन्होंने कहा “हर कोई खराब गेंद फेंकता है या खराब शॉट खेलता है लेकिन यह लय की बात है। अगर आप चोट के बाद आ रहे हैं तो आपको अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा “आपको घरेलू क्रिकेट में जाना चाहिए और अपनी लय वापस लेनी चाहिए क्योंकि नो-बॉल स्वीकार्य नहीं हैं। जो भी चोटिल होता है और लंबे समय तक बाहर रहता है, उसे घरेलू क्रिकेट में वापस जाना होता है, 15-20 ओवर फेंकने होते हैं, वापस आना होता है और फिर एक अंतरराष्ट्रीय खेल खेलना होता है, और यह तब देखा गया जब अर्शदीप सिंह अपनी लय के साथ संघर्ष कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “इसलिए यह गेंदबाजी कोच पर निर्भर करता है कि वह शायद उस पर भी काम करे क्योंकि अभ्यास सत्र में आपको कठोर होना पड़ता है। आप बस कुछ और दोष नहीं दे सकते। हां, कप्तान के लिए फील्ड सेट करना मुश्किल होता है। सात नो-बॉल और कल्पना कीजिए कि उन सात गेंदों में 30 से ज्यादा रन खर्च करना एक बड़ा अंतर था।”
आपको बता दें की अर्शदीप सिंह ने अपने दो ओवरों में 37 रन पिटवाए थे। पांच नो बॉल अर्शदीप सिंह और दो नो बॉल उमरान मलिक ने फेंके थे। कुल सात नो बॉल भारतीय टीम ने अपनी बॉलिंग में फेंके थे।