टी20 वर्ल्ड कप 2022 की शुरूआत अगले महिने से होना है। ऐसे में इस बड़े इवेंट से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट में कुछ नए नियम लागू किया है। बता दें इन बदले हुए नियमों के साथ ही टी20 वर्ल्ड कप 2022 खेला जाएगा। सौरव गांगुली की अगुवाई वाली पुरुष क्रिकेट समिति की सिफारिशों की पुष्टि के बाद नियमों में बदलाव किए गए हैं। ऐसे में फैंस से लेकर खिलाड़ी तक हर किसी को इन नए नियमें की जानकारी होना बेहद जरूरी है। तो चलिए जानते हैं ICC ने कौन – कौन से नए नियम लागू किए हैं।
कुछ इस तरह हैं नए नियम
कैच आउट होने के बाद इस खिलाड़ी को करना होगा बल्लेबाजी
आईसीसी के नए नियमों के अनुसार कैच आउट होने पर नया बल्लेबाज ही बल्लेबाजी करेगा। बता दें पहले जब एक बल्लेबाज कैच आउट होता था और अगर वो नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को क्रॉस कर लेता था। तो इस स्थिति में नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक एंड पर आता था, लेकिन अब स्ट्राइक बदलने पर भी नया बल्लेबाजी ही स्ट्राइक लेगा।
गेंद को नहीं कर सकते पॉलिश
कोरोना को देखते हुए पिछले 2 सालों से आईसीसी ने गेंद पर थूक लगाना बैन कर दिया था। अब इस नियम पर स्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यानी की अब अगले नियम बदलने तक कोई भी गेंदबाज गेंद पर थूक नहीं लगा पाएगा। गेंद को पॉलिश ना करने का नियम साल 2020 में शुरू किया गया था।
2 मिनट के अंदर लेना होगा स्ट्राइक
बल्लेबाज को अब बल्लेबाजी के लिए टेस्ट और वनडे मैचों में दो मिनट के भीतर स्ट्राइक लेने के लिए तैयार होना होगा, वहीं टी20 फॉर्मेट में ये समय 90 सेकेंड्स का ही होगा। इससे पहले एक टेस्ट और वनडे मैचों में ये समय 3 मिनट का होता था और बल्लेबाज के ना आने पर फील्डिंग कप्तान टाइम्ड आउट लेता था।
पेनल्टी के रूप में बल्लेबाज को मिलेंगे पांच रन
अगर फील्डिंग के समय खिलाड़ी जानबूझकर गलत तरीके से मूवमेंट करता है तो बल्लेबाज को पांच रन पेनल्टी के रूप में दिए जाएंगे।पहले इस गेंद को डेड बॉल करार दिया जाता है और बल्लेबाज के शॉट के कैंसिल कर दिया जाता था।
नो बॉल की कैटगरी में शामिल होंगे ये बॅाल
कोई गेंद अगर पिच से दूर गिरती है, तो अब बल्लेबाज को पिच पर ही रहना होगा। अगर कोई बल्लेबाज पिच के बाहर निकलता है तो अंपायर उसे डेड बॉल दे देगा। कोई भी गेंद जिस पर बल्लेबाज पिच छोड़कर शॉट खेलने पर मजबूर होगा, इसे नो बॉल दिया जाएगा।
वनडे में लागू होगा स्लो ओवर रेट का नियम
स्लो ओवर रेट का नियम जनवरी 2022 टी20 फॉर्मेट में लागू किया गया था, जिसमें स्लो ओवर रेट को देखते हुए टीमों पर जुर्माना लगाया जाता था। अब ये नियम वनडे में भी लागू होगा।