India News (इंडिया न्यूज़), BWF World Badminton Championships 2023: BWF विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में डेनमार्क के कोपेनहेगन में जारी है। जहां भारतीय शटलर एचएस प्रणॉय को पुरुष एकल के सेमीफाइनल मैच में थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसार्न से 21-18, 13-21, 14-21 से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। आपको बता दें, बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में सेमी-फाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक से सम्मानित किया जाता है। यह BWF विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भार का 14वां पदक है।
एचएस प्रणॉय के कांस्य पदक जीतने पर पीएम मोदी ने भारतीय शटलर एचएस प्रणॉय को बधाई दी। पीएम ने ट्वीट कर लिखा कि “उनका कौशल और कड़ी मेहनत पूरे टूर्नामेंट में देखने को मिली। वे सभी बैडमिंटन प्रेमियों के लिए एक सच्ची प्रेरणा हैं।”
BWF विश्व रैंकिंग में 9वें स्थान पर काबिज़ एचएस प्रणॉय ने पुरुष एकल मुकाबले में थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसार्न के ख़िलाफ़ पहले गेम में शानदार शुरुआत की और एक समय पर 15-7 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, इसके बाद विटिडसार्न ने वापसी ज़रूर की लेकिन प्रणॉय ने 21-18 से पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में भी प्रणॉय ने बेहतरीन शुरुआत की और 4-0 से बढ़त हासिल कर ली। लेकिन साल 2023 में BWF टूर पर दो खिताब – इंडिया ओपन थाईलैंड ओपन जीतने वाले विटिडसार्न ने दूसरे गेम में फॉर्म में वापसी करते हुए 13-21 से जीत दर्ज कर ली।
इस तरह ये मुक़ाबला निर्णायक गेम में चला गया, जहां दोनों खिलाड़ियों के बीच काफी रोमांचक गेम देखने को मिला, लेकिन अंत में एचएस प्रणॉय को हार का सामना करना पड़ा और विटिडसार्न ने तीसरे गेम में 21-14 से जीत दर्ज कर ली। 1 घंटे और 16 मिनट तक चले इस मुक़ाबले में विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज़ थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसार्न ने 18-21, 21-13, 21-14 से जीत हासिल की।
सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए एचएस प्रणॉय ने क्वार्टर-फाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 बैडमिंटन खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसेन को 13-21, 21-15, 21-16 से हराया था। जबकि तीसरे राउंड में भारतीय शटलर ने लोह कीन यू को 21-18, 15-21, 21-19 से शिकस्त दी थी। प्रणॉय ने दूसरे राउंड में चिको ऑरा ड्वी वार्डोयो को सीधे गेमों में 21-9, 21-14 से हराने से पहले कोले कोलजोनेन पर 24-22, 21-10 से जीत दर्ज की थी।
एचएस प्रणॉय ने मैच के बाद कहा, “शारीरिक तौर पर मैं आज आगे नहीं बढ़ सका। पैर अच्छी हालत में नहीं थे लेकिन मैं कड़ी मेहनत कर रहा था और आसानी से अंक नहीं जाने दे रहा था। लेकिन इसका श्रेय कुनलावुत विटिडसार्न को जाता है। वह लगातार अच्छे शॉट लगा रहा था और अच्छी गति से खेल रहा था। वह आसान गलतियां नहीं कर रहा था।”
“व्यक्तिगत तौर पर यह कांस्य पदक मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं लगभग 12 वर्षों से सर्किट में हूं और आप हमेशा चाहते हैं कि ऐसे बड़े पदक आपके हाथ में हों। मैं निराश हूं कि यह स्वर्ण नहीं है लेकिन कांस्य एक अच्छी शुरुआत है। पिछले कुछ वर्षों में बहुत से लोगों ने इस सफलता में योगदान दिया और परिणाम इस सप्ताह सामने आए हैं।”
प्रणॉय विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पांचवें पुरुष एकल खिलाड़ी बन गए। इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए प्रकाश पादुकोन ने 1983 में कांस्य, बी साई प्रणीत ने 2019 में कांस्य, किदांबी श्रीकांत ने 2021 में रजत और लक्ष्य सेन ने 2021 में कांस्य पदक जीता था।
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