INDIA NEWS: 38वें राष्ट्रीय खेलों में भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) का आगाज धमाकेदार अंदाज में हुआ, जहां छत्तीसगढ़ ने पहले ही दिन दो स्वर्ण पदक जीतकर अपनी ताकत साबित की। हालांकि, महाराष्ट्र छह पदकों के साथ कुल पदक तालिका में शीर्ष पर रहा, जिसमें एक स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक शामिल थे।

महिला 45 किग्रा वर्ग

केरल की सुफना जैस्मिन ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 159 किग्रा (72 किग्रा स्नैच, 87 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के कुल भार के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने 93 किग्रा उठाने के दो प्रयास असफल रहने के बावजूद खिताब अपने नाम किया।

  • रजत पदक: दीपाली गुरसाले (महाराष्ट्र) – 151 किग्रा (69 किग्रा स्नैच, 82 किग्रा क्लीन एंड जर्क)
  • कांस्य पदक: रानी नायक (मध्य प्रदेश) – 146 किग्रा

पुरुष 55 किग्रा वर्ग

इस वर्ग में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला, जहां छत्तीसगढ़ के विजय कुमार ने 143 किग्रा क्लीन एंड जर्क में राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए कुल 248 किग्रा भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता।

  • रजत पदक: मुकुंद संतोष आहेर (महाराष्ट्र) – 247 किग्रा
  • कांस्य पदक: गौड़ आकाश श्रीनिवास (महाराष्ट्र) – 244 किग्रा

महिला 49 किग्रा वर्ग

छत्तीसगढ़ के लिए स्वर्णिम सफर जारी रहा, जब ज्ञानेश्वरी देवी ने 191 किग्रा (85 किग्रा स्नैच, 106 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के कुल भार के साथ स्वर्ण पदक जीता।

  • रजत पदक: सरिका (महाराष्ट्र) – 179 किग्रा
  • कांस्य पदक: कोमल कोहर (हरियाणा) – 179 किग्रा

पुरुष 61 किग्रा वर्ग

सेवाओं के खेल नियंत्रण बोर्ड (SSCB) के च. ऋषिकांत सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 273 किग्रा (122 किग्रा स्नैच, 151 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के कुल भार के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

  • रजत पदक: संकेत महादेवा सर्गर (महाराष्ट्र) – 259 किग्रा
  • कांस्य पदक: शुभम तानाजी तोडकर (महाराष्ट्र) – 254 किग्रा

पहले दिन का वेटलिफ्टिंग पदक तालिका

राज्य स्वर्ण रजत कांस्य कुल पदक
महाराष्ट्र 1 1 4 6
छत्तीसगढ़ 2 0 0 2
केरल 1 0 0 1
मध्य प्रदेश 0 0 1 1
हरियाणा 0 0 1 1
सेवाओं का खेल नियंत्रण बोर्ड 1 0 0 1

आगे की प्रतियोगिता होगी और रोमांचक

राष्ट्रीय खेलों की वेटलिफ्टिंग स्पर्धा में अभी और रोमांच बाकी है। कई खिलाड़ी राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने की कगार पर हैं और आने वाले दिनों में प्रतिस्पर्धा और भी कड़ी होने की उम्मीद है। क्या छत्तीसगढ़ अपनी लय बनाए रख पाएगा, या महाराष्ट्र अपनी बढ़त को और मजबूत करेगा? इन सवालों के जवाब आने वाले मुकाबलों में मिलेंगे।