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Vinesh Phogat के खिलाफ अपनों ने रची साजिश? ओलंपिक से पहले ही हो चुका था हार का फैसला

Divyanshi Singh • LAST UPDATED : August 17, 2024, 4:59 pm IST
Vinesh Phogat के खिलाफ अपनों ने रची साजिश? ओलंपिक से पहले ही हो चुका था हार का फैसला

Vinesh Phogat Disqualified

India News (इंडिया न्यूज),Vinesh Phogat: ओलंपिक 2024 में भारत को एक बड़ा झटका तब लगा जब भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को फाइनल मैच से पहले डिसक्वालीफाई कर दिया गया। फोगाट को महज 100 ग्राम वजह ज्यादा होने की वजह से बड़ा झटका लगा। भारतीय रेसलर विनेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग में हिस्सा लिया था। बता दें आम तौर पर उनका वजन 55-56 किलोग्राम होता है। विनेश ने अपने करियर के ज्यादातर समय 53 किलोग्राम वर्ग में ही खेलती नजर आईं।

भारतीय पहलवान के लिए 53 किलोग्राम वजन को नियंत्रित रखना ज्यादा आसान होता है। इसके बाद भी विनेश फोगाट ने आखिर पेरिस ओलंपिक में क्यों 50 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया।

कैसे मिलता है ओलंपिक का टिकट?

दरअसल तारीख थी 12 मार्च 2024, जब पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान में कुश्ती के ट्रायल हुए थे। भारतीय पहलवान ने उस ट्रायल में 50 किलोग्राम के साथ-साथ 53 किलोग्राम भार वर्ग के ट्रायल में भी हिस्सा लिया था। उस समय विनेश ने 50 किलोग्राम भार वर्ग के ट्रायल जीते थे, जबकि वे 53 किलोग्राम वर्ग में शीर्ष-4 में थीं।

शीर्ष-4 में होने का मतलब यह नहीं है कि विनेश 53 किलोग्राम वर्ग में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकती थीं। नियम कहता है कि शीर्ष-4 पहलवानों के बीच मुकाबले होंगे, जिसमें सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले पहलवान को ओलंपिक में भेजा जाता है। यानी विनेश 53 किलोग्राम वर्ग में भी हिस्सा ले सकती थीं, लेकिन नियमों की अस्पष्टता के कारण विनेश शायद असमंजस की स्थिति में थीं।

क्या है 53 किलोग्राम में भाग लेने के पीछे की वजह ?

दरअसल, अंतिम पंघाल ने 2023 कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। पदक जीतने का मतलब यह नहीं है कि अंतिम पंघाल को पेरिस ओलंपिक में सीधा प्रवेश मिल गया। भारतीय कुश्ती महासंघ के नियमों के अनुसार, ट्रायल में शीर्ष-4 में आने वाले पहलवान कोटा पाने वाले पहलवानों से मुकाबला करते हैं। यानी अंतिम पंघाल की पेरिस ओलंपिक में जगह पक्की नहीं थी। ऐसे में अंतिम पंघाल को ट्रायल मैच में विनेश से भिड़ना पड़ सकता था, लेकिन तब डब्ल्यूएफआई की बैठक हुई थी।

 डब्ल्यूएफआई के इस फैसले की वजह से विनेश को लगा झटका

ओलंपिक से कुछ समय पहले ही भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने बैठक की और संजय सिंह को नया अध्यक्ष बनाया गया। इसी बीच डब्ल्यूएफआई ने घोषणा की कि पेरिस ओलंपिक के लिए कुश्ती में ट्रायल नहीं होंगे। इसके चलते अंकित पंघाल को कोटा मिलने से उन्हें पेरिस ओलंपिक की 53 किलोग्राम वर्ग की प्रतियोगिता में सीधा प्रवेश मिल गया।

ऐसे में विनेश के पास दो विकल्प थे। या तो वह 50 किलोग्राम या 57 किलोग्राम वर्ग चुनें। विनेश ने 50 किलोग्राम वर्ग चुना। दरअसल ट्रायल नहीं होने से विनेश फोगाट असमंजस में थीं, जबकि टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक विजेता रहे रवि दहिया और महिलाओं के 57 किलोग्राम भार वर्ग में सरिता मोर भी ओलंपिक में जगह नहीं बना पाईं।

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