देवभूमि उत्तराखंड के गर्व और प्रसिद्ध पैरा शूटिंग कोच  सुभाष राणा को माननीय राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें देश के पैरा खिलाड़ियों को उत्कृष्ट बनाने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन करने के लिए दिया गया है। राणा ने मनीष नरवाल, रुबिना फ्रांसिस, सिंहराज, और अवनि लेखरा जैसे विश्वस्तरीय खिलाड़ियों को निखारकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिलाई।

महान कोचिंग का परिचायक
सुभाष राणा की कोचिंग में खिलाड़ियों ने टोक्यो 2020 पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच पदक भारत को दिलवाए थे। उनकी मार्गदर्शिता में भारतीय पैरा शूटिंग खिलाड़ियों ने न केवल व्यक्तिगत बल्कि टीम स्पर्धाओं में भी अद्वितीय सफलता हासिल की है। यह उपलब्धि उन्हें पैरा शूटिंग के क्षेत्र में एक उच्च मानक पर खड़ा करती है।

राज्य की खेल नीति और राज्य सरकार का समर्थन
खेल मंत्री रेखा आर्या ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “देवभूमि के सपूत प्रसिद्ध पैरा शूटिंग कोच सुभाष राणा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों द्रोणाचार्य अवार्ड मिलने पर हार्दिक बधाई। सुभाष राणा ने देश के पैरा खिलाड़ियों को तराशने में बहुत शानदार काम किया है। विशेष रूप से 2020 टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में उनके मार्गदर्शन में खिलाड़ियों ने पांच पदक देश की झोली में डाले थे।”

38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्साह
38वें राष्ट्रीय खेल, इस वर्ष उत्तराखंड में आयोजित होने वाले हैं। ये खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी तक चलेंगे। श्री सुभाष राणा की यह उपलब्धि हमारी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। राज्य सरकार का प्रयास है कि राष्ट्रीय खेलों में स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को बेहतर मंच प्रदान किया जाए, जिससे वे अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन कर सकें।

राज्य की खेल नीति में निरंतर सुधार
उत्तराखंड सरकार खिलाड़ियों और कोचों को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने प्रदेश में खेल के विकास के लिए एक मजबूत रणनीति बनाई है, जिसमें राज्य के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और अवसर मिल सके। राज्य को खेल जगत में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए सभी स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं।

खेलों में उत्तराखंड का योगदान
उत्तराखंड ने हमेशा से खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, और इस राज्य के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। सुभाष राणा जैसे कोचों की सफलता यह साबित करती है कि उत्तराखंड खेलों के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और समृद्धि का हिस्सा होने के नाते, उत्तराखंड खेल जगत में भी अपनी खास पहचान बना चुका है।