मनीष गोस्वामी, नई दिल्ली: भारतीय फुटब़ॉल के पूर्व कप्तान समर बद्रू बनर्जी का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को कोलकाता के एस एस के एम अस्पताल में निधन हो गया है। वे 92वें वर्ष के थे। वह अल्जाइमर, उच्च रक्तचाप और एज़ोटेमिया सहित कई बीमारियों से पीड़ित थे। बनर्जी 1956 में हुए मेलबर्न ओलंपिक में भारतीय फुटब़ॉल टीम के कप्तान थे और टीम चौथे स्थान पर रही थी।
हावड़ा में हुआ था जन्म
समर बद्रू बनर्जी का जन्म हावड़ा के बाली में 30 जनवरी 1930 को हुआ था। बनर्जी ऐसे घर में बड़े हुए थे जहां फुटब़ॉल ही जीवन था। वह बचपन में फुटबॉल खेलने ‘बाली हिन्दु स्पोर्टिंग क्लब’ जाते थे। इसके बाद वे वर्ष 1948 में ‘बाली प्रतिवा क्लब’ में शामिल हुए और उनके लिए खेलना शुरू किया। वर्ष 1949 में उन्होंने ‘बंगाल नागपुर रेलवे क्लब’ का हिस्सा बने और वहां उन्होंने लोअर डिवीजन चैंपियनशिप जीती। इसके बाद बनर्जी ने वर्ष 1952-59 तक फुटबॉल के प्रतिष्ठित क्लब ‘मोहन बगान’ के लिए खेला। वे सात साल तक ‘मोहन बगान’ का हिस्सा थे।
मेलबर्न ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही थी टीम
बनर्जी वर्ष 1956 में हुए मेलबर्न ओलंपिक में भारतीय फुटब़ॉल टीम के कप्तान थे। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने सेमी फाइनल तक का सफर तय किया था। तब भारत ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 4-2 से हराकर सेमी फाइनल में जगह बनाई थी। ऐसा करने वाली वह पहली एशियाई टीम बनी थी। हालांकि भारत को सेमी फाइनल में यूगोस्लाविया से 4-1 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद ब्रॉन्ज मेडल मैच में बुल्गारिया से 3-0 हारकर चौथा स्थान हांसिल किया था।
सीएम ममता बनर्जी और एआइएफएफ ने जताया शोक
समर बद्रू बनर्जी को उनके फैंस प्यार से ‘बद्रू दा’ कहकर बुलाते थे। ‘बद्रू दा’ भारत के महान फुटबॉलर थे। उनके निधन से भारत ने एक महान फुटबॉलर को खो दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बद्रू बनर्जी के निधन पर दु:ख जताया है। ‘बद्रू दा’ के लिए इम्फाल और कोलकाता में ‘डूरंड कप’ मैचों में एक मिनट का मौन रखा गया है।
एआइएफएफ ने भी ‘बद्रू दा’ के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा है कि “देश ने एक महान फुटबॉलर को खो दिया है। भारतीय फुटब़ॉल में उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जायेगा।” उनके पार्थिव शरीर को आज क्लब लाया जायेगा जहां लोग उनके आखिरी दर्शन कर पायेंगे।