India News (इंडिया न्यूज़), Hearing On Wrestlers Case Delhi: महिला पहलवानों की याचिका पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले को बंद कर दिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजीआई) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि हम यह मामला सुप्रीम कोर्ट में बंद कर रहे है। अगर आगे कोई शिकायत हो तो उसे मजिस्ट्रेट या हाई कोर्ट के सामने रखा जा सकता है। 

सुनवाई के दौरान सॉलीसिजर जनरल ने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ को बताया कि कोर्ट ने शिकायतकर्ता को सुरक्षा का निर्देश दिया था, नाबालिग शिकायतकर्ता को पर्याप्त सुरक्षा दी गई है सादे कपड़ों में पुलिस वाले सुरक्षा दे रहे हैं, ताकि पहचान उजागर न हो सके बाकी 6 को खतरा नहीं पाया गया लेकिन उनको भी सुरक्षा दी जा रही है।

बजरंग पुनिया ने लगाए आंदोलन को राजनीति से जोड़ने के आरोप

जंतर-मंतर पर धरना दे रहे रहे पहलवानों ने बुधवार की रात हुए बवाल के बाद गुरुवार 4 मई को पहलवानों ने सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पहलवानों के साथ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी मौजूद थीं।

कॉन्फ्रेंस में बजरंग पुनिया ने आगे कहा कि इस आंदोलन को जानबूझकर राजनीति से जोड़ने की कोशिश की जा रही है, हमारा आंदोलन न्याय के लिए हैं और इसमें सभी का समर्थन मिल रहा है। पुनिया ने कहा कि पुलिस उनके ही इशारे पर काम कर रही हैं जब से एफआईआर दर्ज हुई हैं, तब से ही हम लोगों को गाली दी जा रही है।

पहलवानों को साथ दुर्वयवहार

विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुझे गाली दी गई, पुलिस का व्यवहार आक्रमण वाला था, हमने बेड मंगवाया था, रात में ही पुलिस को शिकायत दे दी है, पुलिस वाला ड्रिंक कर रहा था पुलिस वाला नशे में था। विनेश ने भी कहा कि वह अपना मेडल वापस करने को तैयार हैं यहां तक की मेडल के साथ जान भी ले लो।

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