India VS Pakistan Match Facts
भारत बनाम पाकिस्तान सबसे ज्यादा सर्च करने वाला टॉपिक
क्रिकेट (Cricket) की बात आती है तो भारत बनाम पाकिस्तान (India VS Pakistan) सबसे ज्यादा सर्च करने वाला टॉपिक होता है। आखिर हो भी क्यों न? दोनों देशों के बीच संबंध भी कुछ ऐसे रहे हैं कि ये अब क्रिकेट के मैदान तक उतर आए हैं। इतिहास इसका साक्षी है। बंटवारे से लेकर आज के दिन तक भारत-पाकिस्तान का मैच बीपी बढ़ा देता है।
भारत-पाकिस्तान मैच का क्रेज
भारत में भारत माता की जय का जयघोष हो रहा होता है तो पाकिस्तान में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे गूंज रहे होते हैं। ये भारत-पाकिस्तान के घर-घर की कहानी है। आपने भी देखा-पढ़ा होगा जब पाकिस्तान भारत से हार जाता है तो पाकिस्तान मीडिया से खबर आती है कि फलां ने मैच हारते देख टीवी ही तोड़ दिया, फलां ने खुद को गोली मार ली। आखिर ये उमांद कैसा है? ऐसा ही कुछ भारत में देखने को भी मिलता है। क्रिकेर्ट्स के पुतले फूंक दिए जाते हैं। उनके परिजनों को गालियां तक दी जाती है और सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ जाती है। हालांकि ये कोई नई बात नहीं है, फिर भी ज्रिक करना जरूरी है क्योंकि टी 20 वर्ल्ड कप (T 20 World Cup) में एक बार फिर भारत-पाक आमने सामने होने जा रहे हैं। भारत-पाकिस्तान को मैच 24 अक्टूबर को होगा। आइए जानते हैं ये प्रतिद्वंद्विता कब, कहां से और कैसे शुरू हुई।
Story of ISRO Indian Space Research Organisation रोचक है इसरो की कहानी
प्रतिद्वंद्विता कब, कहां से और कैसे शुरू हुई
स्पष्ट कारणों से भारत और पाकिस्तान के बीच बहुत छोटी प्रतिद्वंद्विता (Rivalries) है। इसकी शुरूआत 1952 में हुई थी जब हमने पहली बार अपने पड़ोसियों की मेजबानी की थी। खूनी बंटवारे (bloody partition) के बमुश्किल 5 साल बाद, हम क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने थे। बहुत कम लोगों को पता था कि आने वाले वर्षों में इसे सभी युद्धों की जननी कहा जाएगा। कोई मूर्ख ही इस बात से इंकार करेगा कि मैदान पर हमारी दुश्मनी का मुख्य कारण सीमा पर राजनीतिक (Line of Control) तनाव है। आजादी के बाद से 52 वर्षों की अवधि में, हमने 4 युद्धों को देखा है। नियंत्रण रेखा पर होने वाले सीमापार आतंकवाद का जिक्र नहीं करना चाहिए। यह क्रिकेट के मैदान पर फैल गया है और हमारे बीच कुछ गर्मागर्म मुकाबले हुए हैं।
भारत-पाक के यादगार मैच
कुछ यादगार मैच 2007 विश्व टी 20 फाइनल (2007 World T20 final), 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल (Champions Trophy final in 2017) रहे हैं। यह भी तथ्य है कि उन्होंने हमें विश्व कप (World Cups) में कभी नहीं हराया। 1999 में जब कारगिल में हमारी सेनाएं आपस में लड़ रही थीं, तब हम वास्तव में क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने थे। नि:संदेह, जब इन दोनों की बात आती है, चाहे वे दुनिया के किसी भी हिस्से में खेल रहे हों, सभी टीवी से चिपके रहते हैं। इसके साथ शुरू होता है दोनों देशों के लोगों के बीच दिमागी बुखार।
आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को लेकर भी उन्मांद
आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड (Australia vs England) 140 साल से अधिक पुरानी विरासत का हिस्सा हैं। इन दोनों ने 1877 में पहला टेस्ट खेला और 1882 में एशेज के नाम से जाने जाने की परंपरा शुरू हुई। इंग्लैंड आस्ट्रेलिया से हार गया, उनके कप्तान को जली हुई बेलों की राख दी गई और अखबारों ने कहा कि इंग्लैंड क्रिकेट मर गया था। इस प्रकार एशेज को पुन: प्राप्त करने की खोज शुरू हुई। पिछले कुछ वर्षों में इसने कुछ क्रूर लड़ाइयां देखी हैं, दोनों टीमों का अपना दबदबा रहा है। जबकि आॅस्ट्रेलिया का ऊपरी हाथ अधिक रहा है, इंग्लैंड ने पिछले एक दशक में अधिक से अधिक बार तालिकाएं बदली हैं। इसका निश्चित रूप से एक इतिहास है जिसके पीछे इस तथ्य से उपजा है कि अधिकांश आस्ट्रेलियाई इंग्लैंड द्वारा वहां भेजे गए दोषियों के वंशज हैं।
भीड़ खींचने में कामयाब है भारत-पाक मैच
भीड़ खींचने वाला मैच हमेशा भारत बनाम पाकिस्तान ही रहा है। तो सवाल यह है कि कौन अधिक उग्र है? दुर्भाग्य से इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं है। इसे हम आप पर छोड़ते हैं। आखिर खेल भी रोमांचक होने वाला है।
Stock Market से कमाना है पैसा तो याद रखना ये 5 टिप्स
Connect With Us : Twitter Facebook