India News (इंडिया न्यूज़),  Test Cricket Incentive Scheme: धर्मशाला में पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 64 रन से हराकर 4-1 से करारी शिकस्त दी। इस जीत के कुछ ही देर बाद, बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ की घोषणा की।

शाह ने एक्स पर लिखा, मुझे ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ की शुरुआत की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस योजना का मकसद हमारे सम्मानित खिलाडियों को फाइनेंसियली सपोर्ट करना है। टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना टेस्ट मैचों के लिए मौजूदा मैच फीस के अलावा खिलाडियों को 15 लाख रुपये दिये जायेंगे।

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क्या है यह योजना?

नई योजना से उन लोगों को फायदा होगा जो भारत की टेस्ट टीम और XI में नियमित हैं। जो क्रिकेटर फिट रहेंगे और एक साल में भारत के 50% से अधिक टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे, उन्हें टीम का हिस्सा बनने के लिए प्रति टेस्ट ₹15 लाख अतिरिक्त मिलेंगे। एक साल में भारत के 50% से ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वालों को प्रति मैच 30 लाख रुपये मिलेंगे।

यदि कोई क्रिकेटर एक वर्ष में भारत के 75% से अधिक टेस्ट मैचों का हिस्सा होता है तो यह राशि और भी बढ़ जाती है। टीम में शामिल लोगों को प्रति टेस्ट ₹22.5 लाख मिलेंगे और XI में शामिल लोगों को प्रति टेस्ट ₹45 लाख मिलेंगे।

आसान भाषा में, अगर कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रित बुमरा, रवींद्र जड़ेजा और आर अश्विन जैसे नियमित टेस्ट खिलाड़ी एक साल में कम से कम 7 टेस्ट खेलते हैं, जहां भारत 9 टेस्ट खेलता है, तो उनके पास अतिरिक्त ₹3.15 करोड़ कमाने का मौका है। प्रति मैच ₹15 लाख की नियमित टेस्ट-मैच फीस के हिसाब से।

क्यों लिया यह फैसला?

यह कदम खेल के सबसे पुराने प्रारूप को संरक्षित करने और उसके महत्व को बढ़ाने के लिये है। बोर्ड ने हाल के हफ्तों में खिलाड़ियों से अधिक टेस्ट क्रिकेट खेलने का आग्रह किया है, चाहे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो या घरेलू स्तर पर, यह देखते हुए कि कई खिलाड़ियों ने लाल गेंद वाले क्रिकेट के बजाय  आईपीएल को तवज्जो देना शुरू कर दिया है।

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