INDIA NEWS (Champions Trophy) : टिम साउदी खुद को एक अलग भूमिका में पाएंगे, क्योंकि वह आईसीसी पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को खेलते नहीं, बल्कि देखते हुए नजर आएंगे। हालांकि, उन्होंने अपने पूर्व साथियों का समर्थन किया है और उम्मीद जताई है कि वे पाकिस्तान में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व ब्लैककैप्स गेंदबाज और कप्तान ने 2024 के अंत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, जिसका मतलब है कि वह और ट्रेंट बोल्ट इस टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा नहीं होंगे। न्यूज़ीलैंड 2000 के बाद पहली बार यह ट्रॉफी जीतने के इरादे से उतरेगा।
अनुभवी खिलाड़ियों की अहम भूमिका
हालांकि, न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी है, लेकिन केन विलियमसन और कप्तान मिचेल सैंटनर को पता है कि बड़े टूर्नामेंट्स में कैसे आगे बढ़ा जाता है। न्यूज़ीलैंड ने हाल ही में पाकिस्तान में त्रिकोणीय सीरीज जीती है, जो टूर्नामेंट से पहले एक शानदार तैयारी रही। साउदी इस प्रदर्शन से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, “टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया है और अलग-अलग खिलाड़ियों ने अपनी भूमिका निभाई है। टीम में अनुभवी खिलाड़ियों और युवा प्रतिभाओं का अच्छा संतुलन है। त्रिकोणीय सीरीज का अनुभव निश्चित रूप से टूर्नामेंट में उनके काम आएगा।”
केन विलियमसन की फॉर्म और उनका प्रभाव
उन्होंने आगे कहा, “इस टूर्नामेंट में अच्छी लय के साथ जाना और परिस्थितियों के अनुकूल होना बहुत फायदेमंद रहेगा।” “केन शानदार फॉर्म में हैं। उन्हें कुछ अच्छी पारियां खेलते देखना बहुत सुखद है। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में ज्यादा वनडे क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन दो महत्वपूर्ण पारियां खेलकर उन्होंने अपनी क्लास साबित की है। यह एक प्रशंसक के तौर पर भी देखना बहुत अच्छा लगा।”
“जब वह क्रीज पर होते हैं, तो उनका अनुभव झलकता है। वह खेल को बहुत अच्छे से समझते हैं और अपनी लय बनाए रखते हैं। यही गुण उन्हें और शीर्ष स्तर के चार-पांच बल्लेबाजों को बाकी खिलाड़ियों से अलग करता है। वह परिस्थितियों को अच्छी तरह पढ़ते हैं और दबाव के क्षणों में सही फैसले लेते हैं।”
मिचेल सैंटनर की कप्तानी
साउदी ने मिचेल सैंटनर की कप्तानी की भी सराहना की और कहा, “मिच ने बतौर कप्तान बेहतरीन काम किया है। हालांकि, यह भूमिका उनके लिए अभी भी नई है, लेकिन मैंने अपने करियर के अंत में उनकी कप्तानी का अनुभव किया है। वह बहुत शांत स्वभाव के हैं, जो उनके खेल में भी झलकता है।”
“वह खेल को बहुत अच्छी तरह से पढ़ते हैं और अपनी हरफनमौला क्षमताओं से टीम का नेतृत्व करते हैं। वह बेहतरीन क्षेत्ररक्षक हैं, शानदार गेंदबाज हैं और बल्ले से भी उपयोगी योगदान देते हैं। मुझे यकीन है कि वह अपनी तीनों क्षमताओं से टीम को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे।”
तेज गेंदबाजों की नई पीढ़ी पर नज़र
जहां सैंटनर और विलियमसन अनुभव प्रदान करेंगे, वहीं तेज गेंदबाज विल ओ’रूर्के और ऑलराउंडर नाथन स्मिथ पर टीम को नई दिशा देने की ज़िम्मेदारी होगी, खासकर साउदी और बोल्ट के बाद के दौर में। ओ’रूर्के ने त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ चार विकेट झटककर शानदार प्रदर्शन किया। साउदी को भरोसा है कि वह और आगे बेहतर करेंगे।
विल ओ’रूर्के और नाथन स्मिथ की प्रतिभा
साउदी ने कहा, “ट्रेंट और मेरे बिना किसी आईसीसी टूर्नामेंट में न्यूज़ीलैंड को देखना एक अलग अनुभव होगा, लेकिन यह रोमांचक भी है। यह युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का बेहतरीन अवसर है, और मैं बहुत उत्साहित हूं कि ये खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं।”
“विल ओ’रूर्के ने टेस्ट क्रिकेट में जो किया है, वह काबिले तारीफ है। वह अभी युवा हैं लेकिन उनके पास वह सारे गुण हैं, जो उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबी सफलता दिला सकते हैं। मैं उनके पहले आईसीसी टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन को देखने के लिए उत्सुक हूं।” “नाथन स्मिथ के पास आत्मविश्वास है, और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने के लिए जरूरी है। विल अभी सीख रहे हैं और त्रिकोणीय सीरीज में उनकी भागीदारी उनके लिए फायदेमंद होगी। वह तेज और उछालभरी गेंदबाजी कर सकते हैं और उनके पास बेहतरीन स्किल्स हैं।”
क्या न्यूज़ीलैंड ट्रॉफी जीत सकता है?
“उनका खेल अभी पूरा विकसित नहीं हुआ है, लेकिन मुझे यकीन है कि वह न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के लिए तीनों फॉर्मेट में एक बहुमूल्य खिलाड़ी साबित होंगे।” तो क्या न्यूज़ीलैंड 2000 की जीत को दोहरा सकता है? साउदी को उम्मीद है कि टीम यह कर सकती है। उन्होंने कहा, “अगर आप न्यूज़ीलैंड के आईसीसी टूर्नामेंट्स के रिकॉर्ड को देखें, तो हम हमेशा शीर्ष टीमों में रहे हैं। इस तरह के टूर्नामेंट्स में, अगर आप लय में आ जाएं, तो कुछ भी संभव है। मैं चाहता हूं कि ब्लैककैप्स फाइनल में पहुंचे और ट्रॉफी उठाएं।”