मनीष गोस्वामी, नई दिल्ली | Tokyo Olympics 2020 bribery case : पिछले महीने टोक्यो ओलंपिक 2020 से जुड़ा एक बड़ा स्कैम सामने आया था, जिसके बाद बोर्ड मेम्बर हारुयुकी ताकाहाशी को हाई स्ट्रीट बिजनेस सूट रिटेलर आओकी होल्डिंग्स से $3,80,000 की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके साथ आओकी होल्डिंग्स और दो अन्य लोगों को भी दस्तावेजों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया था। अब इस मामले में एक नया खुलासा सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक हारुयुकी ताकाहाशी ने एक और प्रायोजक कडोकावा कॉर्पोरेशन से रिश्वत ली थी, जिसकी तलाश अब अभियोजक कर रहे हैं।
कडोकावा कॉर्पोरेशन से 70 मिलियन लेने का आरोप
टोक्यो ओलंपिक 2020 स्कैम में नया मोड़ आते ही अभियोजक और भी सतर्क हो गए हैं। उन्होंने अपनी जांच को और तेज कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक हारुयुकी ताकाहाशी ने सिर्फ आओकी होल्डिंग्स से ही नहीं, बल्कि दूसरी कंपनी कडोकावा कॉर्पोरेशन को भी प्रायोजक बनाने के लिए 70 मिलियन एन लिए थे।
जापानी समाचार एजेंसी क्योडो ने इस मामले से परिचित एक अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए बताया कि “ताकाहाशी को एक अन्य प्रायोजक कडोकावा कॉरपोरेशन का समर्थन करने के लिए भी कहा जा सकता है, जिसने आधिकारिक गाइडबुक और रिकॉर्ड तैयार किए।” स्रोत के अनुसार, “कडोकावा कॉरपोरेशन ने ताकाहाशी की किसी कंपनी में 70 मिलियन एन का भुगतान किया था। अभियोजक भुगतान के कारणों का पता लगा रही है और साथ ही ऐसे ही किसी अन्य भुगतान की भी जांच कर रही है।”
क्योडो के अनुसार, “पैसों की लेन देन को परामर्श फीस की तरह बताया गया और यह पैसे कडोकावा के अप्रैल में टोक्यो ओलंपिक 2020 प्रायोजक बनने के बाद दिया गया।” टोक्यो जिला अभियोजक कार्यालय ने दावा किया है कि “कंपनी को प्रायोजक के रूप में चुने जाने में मदद करने के लिए ताकाहाशी ने अक्टूबर 2017 और मार्च 2022 के बीच 50 से अधिक मौकों पर रिश्वत ली है।”
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