India News(इंडिया न्यूज), Sourav Ganguly Birthday: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज, सौरव गांगुली जिन्हें दादा के नाम से भी जाना जाता है, का आज जन्मदिन है। आज वो 52 वर्ष के हो चुके हैं। आपको बता दें कि आज के समय में क्रिकेट के बादशाहों में एक इनका नाम जरूर लिया जाता है। ये वही शानदार पारी खेलने वाले खिलाड़ी हैं जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ऊंचाइयां हासिल की थी। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ रहस्य और क्रिकेट में उनके योगदान पर भी एक नजर डालते हैं।
सौरव गांगुली का जन्मदिन आज
सौरव गांगुली की ‘दादागिरी’ के किस्से आज भी फैंस के जेहन में हैं। वो पल कौन भूल सकता है जब गांगुली ने अपनी शर्ट उतारकर ब्रिटिश क्रिकेटर एंड्रयू फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था। 13 जुलाई 2002 को इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह की जादुई पारियों के दम पर भारत ने फाइनल मैच में इंग्लैंड को हराकर नेटवेस्ट सीरीज जीती थी। इसके बाद गांगुली ने लॉर्ड्स की बाउंड्री पर अपनी टी-शर्ट उतारकर ऐसा काम किया कि ये घटना इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई।
उसी साल फरवरी (3 फरवरी 2002) में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत पर जीत के बाद फ्लिंटॉफ शर्ट पहनकर मैदान पर दौड़ पड़े थे। ऐसे में ‘दादा’ ने उन्हें करारा जवाब दिया था, जिसे फ्लिंटॉफ कभी नहीं भूल सकते। बदला लेने के लिए लॉर्ड्स से बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती थी।
शर्ट उतार के मनाया था जश्न
हालांकि बाद में सौरव गांगुली ने उस घटना पर अफसोस जताया था। वर्ष 2018 में प्रकाशित अपनी पुस्तक (ए सेंचुरी इज नॉट इनफ) में गांगुली लिखते हैं, कि ‘फाइनल मैच में जीत को लेकर टीम काफी उत्साहित थी और जहीर खान के विजयी शॉट लगाने के बाद मैं आपको रोक नहीं सका।’ गांगुली ने माना कि जीत के बाद शर्ट उतारकर जश्न मनाना सही नहीं था। जीत का जश्न मनाने के और भी कई तरीके थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम का घमंड चूर-चूर हो गया था।
ऑस्ट्रेलिया टीम के घमंड को किया चूर
सौरव गांगुली मैदान पर देर से आने के लिए जाने जाते थे। 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गांगुली ने स्टीव वॉ को ‘दिन में तारे’ दिखाए थे। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हुए ऐतिहासिक टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ टॉस के लिए जल्दी आ गए थे, लेकिन गांगुली का इंतजार किया गया। दादा थोड़ा देर से आए क्योंकि उनका ब्लेजर खो गया था, जिसे काफी मशक्कत के बाद ढूंढना पड़ा।
गांगुली करवाते थे इंतजार
गांगुली के टॉस के लिए देर से पहुंचने पर स्टीव वॉ काफी नाराज हुए थे। फॉलोऑन खेलने के बावजूद भारतीय टीम ने वह टेस्ट मैच जीत लिया था। यादगार जीत के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के जीत के सिलसिले को रोक दिया था। उस मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 16 टेस्ट मैच जीते थे। खास बात यह रही कि चेन्नई में खेले गए सीरीज के तीसरे मैच में सौरव गांगुली टॉस के लिए थोड़ा देरी से पहुंचे।
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क्रिकेट में रचा इतिहास
बाएं हाथ से बल्लेबाजी और दाएं हाथ से गेंदबाजी करने वाले सौरव गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले। गांगुली ने टेस्ट मैचों में 42.17 की औसत से 7212 रन बनाए, जिसमें 16 शतक और 35 विकेट शामिल हैं। वहीं, ओम प्रकाश गांगुली के नाम 41.02 की औसत से 11363 रन हैं। गांगुली ने वनडे में 22 शतक और 72 रन बनाए। गेंदबाजी की बात करें तो गांगुली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 132 विकेट लिए।
पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष
सौरव गांगुली ने 49 टेस्ट और 147 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी की। गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया 2003 में विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। वहीं, 2002 चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम संयुक्त विजेता रही थी। गांगुली 2019-22 के दौरान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष भी थे।