रक्षा निखिल खडसे ने पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की
कार्यक्रम के दौरान स्पेशल ओलंपिक्स भारत की अध्यक्ष मल्लिका नड्डा ने युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे को एथलीटों के लिए उनके विशेष प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।
रक्षा खडसे के प्रयासों से स्पेशल ओलंपिक्स एथलीटों की पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की गई है:
- गोल्ड मेडलिस्ट: ₹20 लाख
- सिल्वर मेडलिस्ट: ₹14 लाख
- ब्रॉन्ज मेडलिस्ट: ₹8 लाख
यह संशोधित नीति भारत के पैरा एथलीटों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए एक बड़ा कदम है।
स्पेशल ओलंपिक्स भारत का शानदार प्रदर्शन
भारत ने स्पेशल ओलंपिक्स वर्ल्ड विंटर गेम्स 2025 में 33 पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
मुख्य उपलब्धियां:
-
अल्पाइन स्कीइंग:
- दीपक ठाकुर और गिरिधर ने इंटरमीडिएट सुपर G में स्वर्ण पदक जीते
- निर्मला ने इंटरमीडिएट जाइंट स्लालोम में स्वर्ण पदक हासिल किया
-
स्नोबोर्डिंग:
- भारती ने 2 स्वर्ण पदक (नवाइस जाइंट स्लालोम और नवाइस स्लालोम) जीते
- समीर यादव ने 1 स्वर्ण पदक (नवाइस जाइंट स्लालोम) जीता
-
स्नोशूइंग:
- अनिल कुमार ने 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता
- वासु तिवारी ने 50 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता
-
प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत ने 12 पदक जीते, जिससे कुल पदकों की संख्या 33 हो गई।
खेल मंत्रालय और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का समर्थन
युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के माध्यम से स्पेशल ओलंपिक्स एथलीटों को कई सुविधाएं प्रदान कीं, जिनमें शामिल हैं:
- 11 राष्ट्रीय कोचिंग कैंप
- खेल उपकरण और सहायता
- यात्रा, आवास और भोजन की सुविधाएं
रक्षा खडसे ने कहा कि स्पेशल ओलंपिक्स सिर्फ एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि समावेशन और सशक्तिकरण का आंदोलन है। भारतीय एथलीटों की सफलता यह दर्शाती है कि सही अवसर और समर्थन मिलने पर हर कोई उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है।
सम्मान समारोह में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस भव्य समारोह में कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
- डी जी चौधरी – महासचिव, स्पेशल ओलंपिक्स भारत
- रितु पथिक – कार्यकारी निदेशक, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- वी के महेंद्रु – कार्यकारी निदेशक, स्पेशल ओलंपिक्स भारत
- अरुण लाल – डिप्टी डायरेक्टर, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- परिक्षित मेहडूड़िया – हेड ऑफ डेलिगेशन
स्पेशल ओलंपिक्स भारत के एथलीटों की यह उल्लेखनीय उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास” दृष्टिकोण को साकार करती है। युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने सभी एथलीटों को प्रोत्साहित किया और भविष्य में भी स्पेशल ओलंपिक्स और पैरा एथलीटों के लिए हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया।