भारतीय डेविस कप टीम के कप्तान रोहित राजपाल का मानना है कि घरेलू मुकाबले न केवल जीत का मौका होते हैं, बल्कि भविष्य के सितारों को तराशने का भी बड़ा अवसर प्रदान करते हैं। 1-2 फरवरी को दिल्ली लॉन टेनिस एसोसिएशन (DLTA) में खेले जाने वाले मुकाबले में भारत का सामना टोगो से होगा। यह मैच सिर्फ खेल के लिए नहीं, बल्कि नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय माहौल देने के लिए भी अहम होगा।

टीम इंडिया का संयोजन: युवा जोश और अनुभव का मेल

इस साल भारतीय डेविस कप टीम में कुछ प्रमुख बदलाव और नई ऊर्जा देखने को मिलेगी। पांच सदस्यीय टीम में शामिल हैं:

  1. सासिकुमार मुकुंद (रैंकिंग: 368): टीम के सबसे ऊंची रैंक वाले खिलाड़ी, जो मोरक्को के खिलाफ मुकाबले के बाद वापसी कर रहे हैं।
  2. रामकुमार रामनाथन: भारतीय टेनिस का एक परिचित चेहरा, जिन पर बड़े मैचों में टीम को संभालने की जिम्मेदारी होगी।
  3. करण सिंह: उभरते हुए युवा खिलाड़ी, जिनसे सभी को उम्मीदें हैं।
  4. एन. श्रीराम बालाजी: अनुभवी युगल विशेषज्ञ, जो टीम की ताकत बनेंगे।
  5. ऋत्विक चौधरी बोलीपल्ली: अपनी गति और ताकत से विरोधियों को चुनौती देने वाले युवा खिलाड़ी।

घर का फायदा: टेनिस के लिए नई शुरुआत

कप्तान राजपाल ने कहा, “घरेलू परिस्थितियों में खेलना हमेशा टीम के लिए लाभदायक होता है। हमने पिछले कुछ सीजन्स में काफी यात्रा की है, और यह मुकाबला खिलाड़ियों को थकान से उबरने और बेहतर प्रदर्शन करने का मौका देगा। DLTA के धीमे और सख्त कोर्ट्स हमारी रणनीति के लिए उपयुक्त हैं।”

पिछले चार में से पांच मुकाबलों में भारत ने विदेशी जमीन पर खेला है, जिनमें पाकिस्तान के खिलाफ इस्लामाबाद में ऐतिहासिक मैच भी शामिल है। राजपाल का मानना है कि भारत के पास इस बार घरेलू माहौल का पूरा फायदा उठाने का मौका है।

टोगो की चुनौती: क्या आसान होगा मुकाबला?

भले ही टोगो की टीम को ‘अंडरडॉग’ माना जा रहा हो, लेकिन कप्तान राजपाल इसे हल्के में लेने के लिए तैयार नहीं हैं। टोगो की जीत का रिकॉर्ड प्रभावशाली रहा है, जिन्होंने हाल ही में लातविया, इंडोनेशिया और बेनिन को हराया है। उनके प्रमुख खिलाड़ी थॉमस स्टेडोजी भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं।

राजपाल ने कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि यह मुकाबला आसान होगा, लेकिन यह हमें अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को तैयार करने का मौका देगा। घरेलू प्रशंसकों का समर्थन और परिस्थितियों का लाभ उठाकर हम जीत की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।”

युवाओं को exposure: भविष्य की राह तैयार

इस बार टीम में तीन युवा खिलाड़ियों आर्य शाह, चिराग दुहान, और युवान नंदल को भी प्रशिक्षण का मौका दिया गया है। ये खिलाड़ी न केवल टीम के साथ अभ्यास करेंगे, बल्कि मैच के दौरान माहौल और दबाव को करीब से समझ सकेंगे। राजपाल ने कहा, “डेविस कप जैसे मंच पर अनुभव ही सबसे बड़ा शिक्षक होता है। इन युवा खिलाड़ियों के लिए यह मौका अनमोल है।”

DLTA में नए बदलाव: एक शानदार मेजबानी की तैयारी

DLTA कॉम्प्लेक्स को इस खास आयोजन के लिए नयापन दिया जा रहा है।

  • दर्शकों और खिलाड़ियों के लिए सजावट और सौंदर्यीकरण किया गया है।
  • सेंटर कोर्ट के पास खिलाड़ियों के लिए एक शानदार लाउंज तैयार किया जा रहा है।
  • प्रशंसकों को विश्व स्तरीय अनुभव देने के लिए विशेष बैठक व्यवस्था की जा रही है।

घरेलू समर्थन और ऊर्जा

घरेलू मैदान पर मैच का मतलब है भारतीय प्रशंसकों की गूंजती आवाज़ें, जो खिलाड़ियों को नई ऊर्जा देंगी। डेविस कप जैसे बड़े मंच पर यह समर्थन न केवल खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाएगा, बल्कि युवा प्रतिभाओं को प्रेरित भी करेगा।

भविष्य की सोच: नई पीढ़ी को मौका देना प्राथमिकता

कप्तान राजपाल के मुताबिक, यह मुकाबला सिर्फ जीत का नहीं, बल्कि भारतीय टेनिस के लिए नई दिशा तय करने का भी है। घरेलू मैच युवा खिलाड़ियों को निखारने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने का एक अहम हिस्सा है।

डेविस कप के इस मुकाबले से न केवल भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि नई प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच का अनुभव भी मिलेगा। घरेलू माहौल, प्रशंसकों का समर्थन और रणनीतिक तैयारी के साथ भारत इस मुकाबले में फेवरेट के रूप में उतरेगा।