केंद्रीय युवा मामलों और खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) केंद्र का दौरा कर खेल सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने खिलाड़ियों से बातचीत कर उनकी चुनौतियों को समझा और खेल सुविधाओं के सुधार के लिए नए कदम उठाने पर बल दिया।

खेल विकास में नवाचार पर चर्चा

खेल प्राधिकरण के दौरे में मंत्री खडसे ने स्थानीय खेल विकास परियोजनाओं और प्रशिक्षण तकनीकों का अवलोकन किया। उन्होंने खेल प्रबंधन में आधुनिक तकनीकी नवाचार और बेहतर प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर विचार साझा किया। खिलाड़ियों और कोचों के साथ संवाद के दौरान उन्होंने कहा,
“सरकार का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं और प्रशिक्षण मिले, ताकि हम भविष्य में वैश्विक खेल मंच पर बेहतर प्रदर्शन कर सकें।”

2036 ओलंपिक्स का सपना: नई पीढ़ी का मार्गदर्शन

मंत्री खडसे ने खिलाड़ियों को 2036 ओलंपिक्स के लिए तैयारी करने का आह्वान किया और बताया कि कैसे भारत का दृष्टिकोण अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धाओं में शीर्ष स्थान हासिल करने का है। उन्होंने कहा कि अंडमान और निकोबार जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जरूरत केवल सही समर्थन और अवसरों की है।

प्रमुख खेल केंद्र और उपलब्ध खेल

भारतीय खेल प्राधिकरण के इस केंद्र में एथलेटिक्स, साइक्लिंग, फुटबॉल, कयाकिंग, कैनोइंग, रोइंग और वेटलिफ्टिंग जैसे खेलों में प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां 150 से अधिक खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। मंत्री ने केंद्र में चल रहे सभी खेल कार्यक्रमों की समीक्षा की और उनके विस्तार पर चर्चा की।

सरकारी योजनाओं से खिलाड़ियों को लाभ

अपने दौरे के दौरान मंत्री ने सरकारी योजनाओं और खेल सुविधाओं के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें खेलो इंडिया, फिट इंडिया जैसे अभियानों के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए निरंतर काम कर रही हैं।

स्थानीय खेल प्रतिभाओं के लिए नई उम्मीदें

SAI केंद्र के इस दौरे ने स्थानीय खेल समुदाय को नई प्रेरणा दी है। मंत्री के इस कदम को क्षेत्र में खेल विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।