India News(इंडिया न्यूज), World Cup Rules: भारत में 5 अक्टूबर से क्रिकेट के महाकुंभ वनडे वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत होने जा रही है। इस बार टूर्नामेंट में काफी कुछ खास और अलग देखने को मिल सकता है। सबसे खास बात तो यह है कि पहली बार पूरा वनडे वर्ल्ड कप भारत में खेला जाएगा। इससे पहले 2011 में टूर्नामेंट भारत में हुआ था। लेकिन संयुक्त मेजबान के तौर पर श्रीलंका और बांग्लादेश भी थे। ऐसे में भारतीय फैंस के जोश के सामने इस महाकुंभ का आयोजन देखना काफी दिलचस्प होगा।

खिताब जीतने से चूक गई थी न्यूजीलैंड

इतना ही नहीं इस बार विश्व कप के लिए कई नियम भी बदले नजर आ सकते है। हालांकि, यह नियम खासतौर से विश्व कप के लिए नहीं बदले हैं। लेकिन पहले ही इनमें बदलाव हो चुका था। बता दें पिछले विश्व कप यानी 2019 में ऐसे कई नियम थे, जो इस बार बदले हुए दिखेंगे। इसमें से सबसे खास वो नियम है जिसने पिछले वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड को चैंपियन बनाया था और न्यूजीलैंड खिताब जीतने से चूक गई थी। पर अब वो नियम बदल चुका है। ऐसे ही तीन बड़े नियम हैं जो पिछले वर्ल्ड कप से अभी तक बदल चुके हैं।

सॉफ्ट सिग्नल

आईसीसी ने हाल ही में इसी साल जून में सॉफ्ट सिग्नल के नियम को बदल दिया था। इसके अनुसार सॉफ्ट सिग्नल को पूरी तरह खत्म कर दिया गया था। इस रूल के हिसाब से होता ऐसा था कि, अगर कोई फैसला फील्ड अंपायर नहीं ले पा रहा है और उसके मन में संशय होता है तो वो तीसरे अंपायर के पास जाता है।

लेकिन अपनी राय रखने के लिए फील्ड अंपायर एक सिग्नल देता था कि उसे आउट लग रहा है या नहीं इसे सॉफ्ट सिग्नल कहते थे। अक्सर थर्ड अंपायर सॉफ्ट सिग्नल के कारण निष्पक्ष तौर पर अपना फैसला नहीं ले पाते थे। इसलिए अब यह नियम फिलहाल क्रिकेट में खत्म हो चुका है और वर्ल्ड कप में इससे प्लेयर्स राहत महसूस करेंगे।

सुपर ओवर के बाद बाउंड्री काउंट

दरअसल यह रूल कुछ ऐसा है कि, सुपर ओवर के बाद भी अगर मैच टाई होता है। तो पूरे मैच में जिस टीम ने सबसे ज्यादा चौके व छक्के लगाई होती हैं, उसे विजेता घोषित किया जाता है। ऐसा ही कुछ पिछले विश्व कप के फाइनल में हुआ था जहां इंग्लैंड चैंपियन बनी थी। पर अब यह नियम बदल चुका है। नए नियम के मुताबिक अगर सुपर ओवर टाई होता है तो उसे तब तक आगे बढ़ाया जाता रहेगा जब तक मुकाबले का नतीजा नहीं निकल आता।

मैदानों की बाउंड्री की दूरी

भारत में वर्ल्ड कप 2023 के मैच चेन्नई, अहमदाबाद, दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, लखनऊ, कोलकाता, मुंबई, पुणे और धर्मशाला में होने हैं। वैसे तो इन सभी मैदानों की बाउंड्री बड़ी हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि कुछ जगहों पर छोटी बाउंड्री के कारण गेंदबाजों के लिए कुछ खास नहीं बचता है।

2015 विश्व कप जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मेजबानी में हुआ था। वहां न्यूजीलैंड के स्टेडियमों में हुए मैचों में गेंदबाजों को इसका नुकसान हुआ था। ऐसे में इस बार आईसीसी ने एक नियम बनाया है। जिस मुताबिक बाउंड्री की कम से कम 70 मीटर रखने की बात है।

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