india news (इंडिया न्यूज़) Wrestlers protest, दिल्ली: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के नार्को टेस्ट को लेकर पहलवानों को चैलेंज दिया था कि यदि मैं टेस्ट कराउंगा तो पहलवानों को भी टेस्ट कराना होगा। ऐसे में इस चैलेंज को बजरंग पूनिया ने स्वीकार कर लिया है। पुनिया ने अपने जवाब में कहा है कि अगर फेडरेशन के घोटाले गिनने हैं तो हम नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं। बता दें बता दें, भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
नार्को टेस्ट चैलेंज पर पुनिया का जवाब
पुनिया ने कहा, ‘जिन लड़कियों ने शिकायत की है, वह भी नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने कोच विनोद तोमर, जितेंद्र और धीरेंद्र का भी नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। इससे पहले बृजभूषण सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कहा था कि वह नार्को टेस्ट, पॉलिग्राफी टेस्ट या लाइ डिटेक्टर करवाने के लिये तैयार हैं, लेकिन उनकी शर्त है कि उनके साथ विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का भी टेस्ट होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा था कि अगर दोनों पहलवान अपना टेस्ट कराने के लिये तैयार हैं तो वह वादा करते हैं कि इसके लिये तैयार रहेंगे।
बृजभूषण सिंह ने आरोप को सिरे से नकारा
बता दें बृजभूषण सिंह पहलवनों के द्वारा लगाए आरोप को झूठ बता रहे हैं उसे सिरे से नकारते हुए उन्होंने कह था कि अगर आरोप साबित होते हैं तो वह फांसी पर लटक जाएंगे। जो भी लोग साजिश कर रहे हैं, मुंह के बल गिर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि सारे आरोप ‘गुड टच और बैड टच’ के हैं और सारे आरोप किसी बंद कमरे के नहीं, बल्कि एक बड़े हॉल के अंदर टच करने के हैं। चीजें कोर्ट में हैं और विचाराधीन हैं, इसलिए वह ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे।।
3 मई को इंडिया गेट तक कैंडल मार्च
बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना गत 23 अप्रैल से जारी है। विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत देश के नामी पहलवान बीते 28 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। पहलवानों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलता वे नहीं उठेंगे। जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ पहलवानों के मौजूदा धरने के 1 महीने के अवसर पर 23 मई को इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकाला जाएगा। इससे पहले, दिल्ली के जंतर-मंतर पर 7 मई को भी खाप पंचायत हुई थी जिसमें सरकार को बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया था।