इंडिया न्यूज: जंतर-मंतर पर भारतीय पहलवानों का धरना आज 6वें दिन भी जारी है। पिछले छह दिन से प्रदर्शन कर रहे पहलवान रोड पर ही सो रहे हैं। पहलवानों ने साथ ही बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज करने की भी मांग की है। भारत के दिग्गज रेसलर विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल हैं। पहलवानों ने बृजभूषण पर पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं।पहलवान विनेश फोगाट ने क्रिकेटर्स समेत कई स्टार एथलीट्स की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं। विनेश ने कहा कि जिन लोगों ने इस मामले पर एक शब्द भी नहीं कहा, उनके पास दिल नहीं है।
पूरा देश क्रिकेट की पूजा करता है, लेकिन एक भी क्रिकेटर ने कुछ नहीं कहा-विनेश
एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए विनेश कहा की जब वे अक्सर सोशल मीडिया पर ओलंपिक या कॉमनवेल्थ जैसे खेलों में एथलीटों की उपलब्धियों पर टिप्पणी करते हैं तो वे इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा- पूरा देश क्रिकेट की पूजा करता है, लेकिन एक भी क्रिकेटर ने कुछ नहीं कहा। हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप हमारे पक्ष में बोलें, लेकिन कम से कम एक तटस्थ संदेश दें और कहें कि किसी भी पार्टी के लिए न्याय होना चाहिए। मुझे यहीं पीड़ा होती है,चाहे वह क्रिकेटर्स हों, बैडमिंटन खिलाड़ी हों, एथलेटिक्स के हों या बॉक्सिंग से हों।
विनेश ने खिलाड़ियों के चुप्पी पर किए कई सवाल
विनेश ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमारे देश में बड़े एथलीट नहीं हैं। क्रिकेटर्स हैं अमेरिका में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के दौरान उन्होंने अपना समर्थन दिखाया। क्या हम इतने भी लायक नहीं हैं? विनेश ने हैरानी जताते हुए कहा कि क्या यह क्रिकेटरों और अन्य खिलाड़ियों के स्पॉन्सरशिप अग्रीमेंट हैं, जो उन्हें चुप रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं या यह ‘सिस्टम’ है जिससे वे डरते हैं।
हम नहीं जानते कि वे किससे डरते हैं-विनेश
पहलवान विनेश ने कहा कि हम नहीं जानते कि वे किससे डरते हैं। मैं समझती हूं कि वे इस बात से चिंतित हो सकते हैं कि बयान देने से उनके स्पॉन्सरशिप और ब्रांड एंडोर्समेंट अग्रीमेंट प्रभावित होंगे। शायद इसीलिए वे खुद को उन एथलीटों के साथ जोड़ने से डरते हैं जो विरोध कर रहे हैं, लेकिन इससे मुझे पीड़ा होती है। जब हम कुछ जीतते हैं तो आप हमें बधाई देने के लिए आगे आते हैं। यहां तक कि जब ऐसा होता है तो क्रिकेटर्स भी ट्वीट करते हैं। अब क्या हुआ? क्या आप सिस्टम से डरते हैं? या हो सकता है कि वहां भी कुछ गड़बड़ चल रहा हो। उनके दाल में भी काला है, ये मान के चलें हम?