(दिल्ली) : देश के दिग्गज कुश्ती खिलाड़ियों भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। भूषण पर पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। कुश्ती महासंघ के अध्य्क्ष पद से बृजभूषण सिंह को हटाने को लेकर पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना भी दिया था। इसपर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भी उन्होंने बात की थी। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले की जांच के लिए सोमवार को सात सदस्यीय समिति का गठन किया था जिसकी अध्यक्ष मैरी कॉम को बनाया गया था।
खेल मंत्री के आश्वासन के बाद पहलवान अपना धरना वापस लेकर लौट गए थे। लेकिन अब साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया सहित धरना देने वाले खिलाड़ियों ने अब अपनी नाराजगी जाहिर है और समिति के गठन पर सवाल उठाए हैं। अब खिलाडी ट्वीटर पर लिख रहे समिति के गठन पर हमसे परामर्श नहीं लिया गया। हमसे जो कहा वो नहीं हुआ, हमें मिला धोखा।
खिलाड़ी खेल मंत्रालय की समिति से नाराज
साक्षी ने ट्विटर पर लिखा है कि उनसे जो कहा गया था वो किया नहीं गया। साक्षी ने ट्वीट में कहा है कि, “हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई।”
बजंरग ने किया साक्षी को समर्थन
मालूम हो, जो ट्वीट साक्षी ने किया है वही ट्वीट बजरंग पुनिया ने किया है। बजंरग ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अनुराग ठाकुर को टैग किया है। पुनिया ने भी साक्षी के सुर में सुर मिलाते हुए खेल मंत्रलय द्वारा गठित कमिटी पर सवाल उठाये हैं।
जांच के लिए सात सदस्यों की समिति गठित
बता दें, खिलाडियों के आरोपों पर खेल मंत्रालय द्वारा गठित समिति में मैरी कॉम के अलावा ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त भी शामिल हैं। इन दोनों के अलावा पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलिंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की पूर्व कार्यकारी निदेशक राधिका श्रीमन शामिल हैं। मालूम हो, खेल मंत्रालय ने इन लोगों को अगले एक महीने तक भूषण पर लगे तमाम आरोपों की जांच करने और डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के कामकाज को देखने की जिम्मेदारी सौंपी है।
कुश्ती संघ अध्य्क्ष पर पहलवानों के आरोप
बता दें, पहलवानों ने भूषण के खिलाफ तानाशाही रवैया अपनाने और जूनियर पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए हैं। मालूम हो बृजभूषण शरण सिंह वर्तमान में भाजपा सांसद हैं। वह छह बार से सांसद चुने जा रहे हैं। पहलवानों ने उन खिलाड़ियों के नामों को उजागर नहीं किया था जिनका कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था।