दिल्ली (Adani group respond to Hindenburg’s allegatiions, Hindenburg said Adani is looting India): अडानी समूह ने अपने व्यवसायों पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया जारी कर विस्तारपूर्वक सभी सवालों का जवाब दिया, हिंडनबर्ग द्वारा उठाए गए सभी 88 सवालों का जवाब समूह की तरफ से दिया गया। रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों के जरुरत से ज्यादा महंगे होने की बात कही थी साथ ही यह भी कहा था कि अडानी पर बहुत ज्यादा कर्ज और इसके ऑडिटर काम करने में सक्षम नहीं है। जिस पर समूह ने जवाब दिया ‘अडानी समूह के पास काफी प्रभावी ऑडिटर्स है और समूह की सभी कंपनियों के पास एक ठोस शासन संरचना है।’
अडानी समूह ने कुल 413 पन्नों का जवाब दिया है। अडानी ने हिंडनबर्ग को ‘एक अनैतिक शॉर्ट सेलर’ के रूप में काम करने वाला बताया। बयान के अनुसार, अडानी पोर्टफोलियो और अडानी वर्टिकल भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था और राष्ट्र-निर्माण में लाने पर केंद्रित हैं। हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट झूठ के अलावा कुछ नहीं है। आपको बता दे कि 24 जनवरी को रिसर्च रिपोर्ट के प्रकाशन के तुरंत बाद अडानी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी।
रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप के लीगल हेड जतिन जालंधवाला ने एक बयान में कहा, “24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा प्रकाशित दुर्भावनापूर्ण रूप से शरारती, अनसुलझी रिपोर्ट ने अडानी समूह, हमारे शेयरधारकों और निवेशकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। हम (समूह) हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ उपचारात्मक और दंडात्मक कार्रवाई के लिए अमेरिकी और भारतीय कानूनों के तहत प्रासंगिक प्रावधानों का मूल्यांकन कर रहे हैं।”
अडानी समूह के 413 पन्नों के जवाब पर हिंडेनबर्ग रिसर्च ने भी पलटवार करते हुए जवाब दिया, फर्म ने कहा कि धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद द्वारा अस्पष्ट नहीं किया जा सकता है। अडानी समूह ने हमारे द्वारा उठाए गए हर प्रमुख आरोप को नज़रअंदाज़ कर दिया। अडानी ने रिसर्च रिपोर्ट को भारत पर सुनियोजित हमला कहा था, इस पर जवाब देते हुए हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि हम मानते हैं कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और एक रोमांचक भविष्य के साथ एक उभरती हुई महाशक्ति है। हम यह भी मानते हैं कि भारत का भविष्य अडानी समूह द्वारा गिरवी रखा जा रहा है, जिसने देश को व्यवस्थित रूप से लूटने के लिए खुद को भारतीय ध्वज में लपेट लिया है। अडानी के 413 पेज के जवाब में केवल लगभग 30 पेज हमारी रिपोर्ट से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित थे।
हिंडनबर्ग ने अडानी के जवाब का निष्कर्ष निकाला और कहा “अडानी की प्रतिक्रिया ने हमारे रिपोर्ट के आरोपों की काफी हद तक पुष्टि की और हमारे प्रमुख प्रश्नों को अनदेखा किया। एक डिस्क्लेमर में हिंडनबर्ग समूह ने दावा किया कि वह अडानी ग्रुप में शॉर्ट पोजिशन रखता है। अडानी समूह की कंपनियों में यूएस-ट्रेडेड बॉन्ड और गैर-भारतीय-ट्रेडेड डेरिवेटिव के साथ-साथ अन्य गैर-भारतीय-ट्रेडेड रेफरेंस सिक्योरिटीज और रिपोर्ट केवल भारत के बाहर कारोबार की जाने वाली सिक्योरिटीज के मूल्यांकन से संबंधित है।
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