इंडिया न्यूज़: (Cadbury Bournvita Controversy) इन दिनों कैडबरी के सबसे फेमस ब्रांड्स में से एक बोर्नविटा सुर्खियों में छाया हुआ है। हाल ही में एक सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर ने बोर्नविटा को लेकर एक वीडियो बनाया है। इस वीडियो को रेवंत हिमतसिंग्का नाम के इन्फ़्लुएंसर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट Food Pharmer Online पर शेयर किया है। इस वीडियो में कहा कि बोर्नविटा के पैकेट में बहुत ज़्यादा चीनी है और ये ‘हेल्थ ड्रिंक’ नहीं है। इसके बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लेकिन, कैडबरी की तरफ से कानूनी नोटिस मिलने के बाद इन्फ़्लुएंसर ने ये वीडियो को सोशल मीडिया से हटा दिया। वहीं, कंपनी ने इस वीडियो में किए गए दावे को जवाब में एक स्टेटमेंट जारी किया। तो यहां जानिए कि आखिर पूरा मामला क्या है।
पैकेट के ऊपर इम्युनिटी सिस्टम को ऐड करने पर कही बात
आपको बता दें कि सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर रेवंत हिमतसिंग्का ने 1 अप्रैल को ये वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में बोर्नविटा के न्यूट्रिशनल वैल्यू और इनग्रिडिएंट को लेकर अपना रिव्यु दिया। इन्फ़्लुएंसर ने कहा, जैसा कि कंपनी दावा कर रही है ये हेल्थ ड्रिंक है और इससे इम्युनिटी मजबूत होती है लेकिन कोरोना से पहले इम्युन सिस्टम को लेकर पैकेट में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। जब कोरोना के बाद लोग इम्युनिटी को लेकर एलर्ट होने लगे तो अब पैकेट के ऊपर इम्युनिटी सिस्टम को ऐड कर दिया गया है, जिससे इसकी बिक्री बढ़ सके। हालांकि, कंपनी ने अपने प्रोडक्ट में कोई बदलाव नहीं किया है।
टैग लाइन ‘तैयारी जीत की’ पर भी किया कमेंट
इसके बाद पैकेट के पीछे लिखे गए डिटेल के बारे में बात करते हुए इन्फ़्लुएंसर ने कहा, जैसा कि कंपनी ने यहां इनग्रिडिएंट में बताया कि शुगर उसकी सेकेंड इनग्रिडिएंट है। इसके अलावा बोर्नविटा के पैकेट में कलर और चॉकलेट भी है। इसमें जिस कलर का इस्तेमाल किया गया है वो कैरेमल कलर है, जो कि कैंसर पैदा करने और इम्युनिटी घटाने के लिए जाना जाता है। वहीं, वीडियो में बोर्नविटा के टैग लाइन ‘तैयारी जीत की’ पर कमेंट करते हुए कहा कि इसे ‘तैयारी जीत की’ नहीं बल्कि ‘तैयारी डायबिटिज की’ होना चाहिए।
सरकार से एक्शन लेने की कही बात
इस वीडियो में इन्फ़्लुएंसर ने दावे के साथ कहा है कि बोर्नविटा के पैकेट का कोई भी इनग्रिडिएंट हेल्थ के लिए सही नहीं है। इस पूरे पैकेट में आधी मात्रा शुगर की है। ऐसे में ये आपके ब्रेन, इम्यनुटि को कैसे बेहतर कर सकता है और ये लीगल कैसे है। रेवंत हिमतसिंग्का ने माता-पिता से आग्रह किया कि वो बोर्नविटा को हेल्थ ड्रिंक के नाम पर बच्चों को पिलाकर इसका आदि न बनाए। इसके साथ ही आगे कहा कि सरेआम झूठे दावे करने के लिए सरकार को ऐसी कंपनियों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।
कानूनी नोटिस मिलने के बाद वीडियो किया डिलीट
13 अप्रैल को कंपनी की तरफ से रेवंत हिमतसिंग्का को कानूनी नोटिस मिला, जिसके बाद कानूनी कार्रवाई की डर से ये वीडियो डिलीट करना पड़ा। एक पोस्ट में 14 अप्रैल को रेवंत हिमतसिंग्का ने लिखा, “मैं इस वीडियो के लिए कैडबरी से माफी मांगता हूं। मेरी मंशा किसी कंपनी को बदनाम करने का नहीं है। न तो मुझे कोर्ट केस में पड़ने की इच्छा है और न ही मेरे पास पर्याप्त रिसोर्स है।”
कंपनी ने वीडियो वायरल होने के बाद दी सफाई
वहीं, कंपनी ने भी अपने प्रोडक्ट को लेकर किए जा रहे इन दावों पर रिएक्ट किया है। कैडबरी बोर्नविटा ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें वायरल वीडियो पर कंपनी ने सफाई दी।
कंपनी ने अपने पोस्ट में लिखा, बोर्नविटा ने सात दशकों से ज्यादा समय से कंज्यूमर का प्यार और विश्वास हासिल किया है। बोर्नविटा में विटामिन A, C, D, आयरन, जिंक, कॉपर और सेलेनियम न्यूट्रिएंट्स हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाने वाले हैं। ये कई सालों से हमारे फॉर्मुलेशन का हिस्सा बना हुआ है। हमने हमेशा इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने पर फोकस किया है। ये हमारे पैक के पीछे हिस्से पर कोराना से भी पहले से मौजूद है। ये पैक पर हाइलाइट किए अनुसार 200 मिलीलीटर गर्म या ठंडे दूध के गिलास के साथ पिया जाता है। बोर्नविटा की हर सर्व में 7.5 ग्राम एडिशनल शुगर होती है, जो लगभग डेढ़ चम्मच होती है। ये बच्चों के लिए शुगर की डेली रिकमेंडेड इनटेक लिमिट से काफी कम है।
इसके आगे कंपनी ने कहा कि बोर्नविटा एक साइंटिफिक रूप से तैयार किया गया फार्मूला है, जो उपयोग के लिए अप्रूव्ड इनग्रिडिएंट से बना है। हमारे सभी इनग्रिडिएंट को पैक पर दिखाया गया है।