Allegations on Aam Adami Party: यह तब की बात है जब अरविंद केजीरवाल आंदोलन किया करते थे। उस वक्त केजीरवाल के पास देश के हर नेता के खिलाफ भष्टाचार के सबूत होते थे। नैतिकता के नाम वह हर नेता का इस्तीफा मांगा करते थे। राजनीति में आने के बाद केजरीवाल ने अपना स्टइल कई बार बदला, इसमें एक नैतिकता वाला चैप्टर भी था। जब आरोप अपने नेताओं पर लगने लगे तब केजरीवाल अपने बात से मुकरते चले गए।
पांच मंत्री, विधायक और पार्षद
आज आम आदमी पार्ट से जुड़े 5 मंत्रियों को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, शराब घोटाला, मनी लॉन्ड्रिंग, फर्जी डिग्री, रिश्वत लेने के आरोप इन मंत्रियों पर लगे है। राजनीति में कट्टर ईमानदार पार्टी होने का दावा करने वाली के कौन-कौन से नेता जेल गए, किन-किन आरोपों में गए, आइये आपको बताते है।
- मनीष सिसोदिया- दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया है। इसी घोटाले में आम आदमी के नेता विजय नायर को भी गिरफ्तार किया गया है। 1400 करोड़ से ज्यादा के घोटाले का आरोप मनीष सिसोदिया पर लगा है।
- सत्येंद्र जैन- करीब 10 महीने पहले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कियाा था। तिहाड़ जेल से कई वीडियो मसाज करवाते हुए और जेल मैनुअल का उल्लंघन करते हुए, समय-समय पर आते रहते है। 4.81 करोड़ की संपत्ति जब्त भी इस मामले में की गई थी। PMLA के तहत सत्येंद्र जैन पर जांच चल रही है।
सुकेश ने भी लगाया आरोप
जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने सत्येंद्र जैन पर 50 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया है। जिसकी अभी जांच की जा रही है। सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लिनिक सलाहकार नियुक्त किए जाने के मामले की जांच भी साीबीआई कर रहीं है। अभी भी जैन दिल्ली सरकार में मंत्री बने हुए है।
- संदीप कुमार- साल 2016 में संदीप कुमार पर रेप का आरोप लगा था। 2015 में दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट से विधायक बने संदीप पर महिला ने राशन कार्ड बनवाने के बहाने रेप करने का आरोप लगाया था। 2016 में एक ऐसी सीडी वायरल हुई, जिसमें संदीप कुमार को दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालात में देखे गए थे। मामला बढ़ने पर उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था।
अमानतुल्लाह पर कई आरोप
- अमानतुल्लाह खान- दिल्ली की ओखला सीट से आम आदमी के अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड घोटाले का आरोप है। वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में किरायेदारी का निर्माण, वाहनों की खरीद में ‘भ्रष्टाचार’ और दिल्ली वक्फ बोर्ड में सेवा नियमों में उल्लंघन करते हुए 33 लोगों की ‘अवैध नियुक्ति’ के आरोप में अमानतुल्लाह को दिल्ली की एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया थी। उसपर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया था।
- सोमनाथ भारती- इनपर घेरलू हिंसा का आरोप इनकी पत्नी की तरफ से लगाया गया था। 2013 में पत्नी लिपिका मित्रा ने द्वारका नार्थ थाने में मामला दर्ज कराया गया था। पत्नी ने आरोप लगाया की सोमनाथ उन्हें पालतू कुतों से कटवाया करते थे। भारती पर एम्स कर्मचारी से मारपीट का मामला भी कोर्ट में चल रहा है। 2013 में बनी सरकार में इन्हें मंत्री बनाया गया था फिर इस्तीफा ले लिया गया। वह फिलहाल मालवीय नगार सीट से विधायक है।
- प्रकाश जारवाल- साल 2017 में एक 53 साल की महिला से बदसलूकी और 2018 में दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट में प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया गया था। प्रकाश दिल्ली के देवली सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक है।
तोमर की डिग्री फर्जी
- जितेन्द्र सिंह तोमर – साल 2015 में दिल्ली के त्रिनगर सीट से चुनाव जीतकर तोमर केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री बने थे। इनके पास दिल्ली के पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री की भी जिम्मेदारी थी। उनकी वकालत की डिग्री फर्जी थी। भागलपुर यूनिवर्सिटी ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि जो पंजीकरण नंबर उनकी डिग्री पर है, उस नंबर पर कोई और पंजीकृत है। इन्हें भी अपने पद से इस्तीफा देने पड़ा था।
- आसिम अहमद खान- साल 2018 में दिल्ली सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री आसिम अहमद खान पर एक बिल्डर से 6 लाख रुपये घूस लेने का आरोप है। केजरीवाल ने कहा था कि शिकायत करने वाले ने आसिम से बातचीत की, ऑडियो रिकॉर्डिंग मेरे पास भेजी। इसके बाद मैंने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की.
एक प्रतिशत कमीशन लेते सिंगला
- गीता रावत- विनोद नगर वॉर्ड से पार्षद गीता रावत को फरवरी 2022 में सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। यह बात भी सामने आई थी की एक मूंगफली व्यापारी के जरिए गीता रावत के पास रिश्वत की कमाई जाती थी.
- विजय सिंगला- पंजाब सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को स्वास्थ्य विभाग से जुड़े टेंडर में एक प्रतिशत की कमीशन मांगे के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह पंजाब के मनसा से विधायक हैं। गिरफ्तारी के बाद उन्हें मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बर्खास्त कर दिया था।
ताहिर ने कराया दंगा
- ताहिर हुसैन- आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन मार्च 2020 में हुए दिल्ली दंगों का मुख्य आरोपी है। दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने ताहिर हुसैन के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने और दंगा भड़काने की धाराओं समेत अन्य धाराओं में आरोप तय किए थे. ताहिर हुसैन पर दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया था.
अक्टूबर 2022 में एडिशनल सेशन जज पुलस्त्य प्रमाचला ने अपने आदेश में कहा था, ‘ताहिर हुसैन के घर पर इकट्ठा हुई हथियारबंद भीड़ का मकसद हिंदुओं को टारगेट कर मारना और उनकी संपत्ति को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना था.