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America: "वह युग गया जब संयुक्त राज्य अमेरिका यहां सिखाने के लिए था"- अमेरिकी राजदूत एरिक गार्से

Himanshu Pandey • LAST UPDATED : August 4, 2023, 4:44 am IST

India News(इंडिया न्यूज), America: मुंबई में अमेरिकी राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा, “वह युग चला गया जब संयुक्त राज्य अमेरिका यहां सिखाने के लिए था। हम यहां सीखने, समान रूप से सहयोग करने, दोस्तों के रूप में, एक साथ खड़े होने के लिए हैं, और यह कहना कि लोकतंत्र निरंकुश व्यवस्था से बेहतर है, प्रौद्योगिकी का उपयोग जोड़ने और सुरक्षा करने के लिए किया जाना चाहिए, न कि विभाजित करने या हमें कम स्वस्थ बनाने के लिए।

उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने भी भारत के बारे में ये बात कही

भारतीय लोकतंत्र की विशेषता बतातें हुए उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी कहते हैं कि, भारत एक सिर्फ एक चुनावी लोकतंत्र नहीं है बल्कि एक ऐसा लोकतंत्र है जिसमें संस्थाएं स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। इतनी ही नहीं उनकी स्वतंत्रता और कार्य करने की उनकी क्षमता की रक्षा की जाती है। आगे बोले कि हमारी सभी जटिलताओं और चुनौतियों के बावजूद, भारत एक सुसंगत और कार्यशील लोकतंत्र है। यह एक ऐसा राष्ट्र है जो तर्क-वितर्क करता है। भारत दुनिया में सबसे अधिक तर्क-वितर्क करने वाला लोकतंत्र है, जो एक अच्छी बात है क्योंकि उस तर्क के बिना हम एक लोकतंत्र नहीं होंगे।

यह कार्यक्रम भारत की भावना के है अनुरूप

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी बुधवार शाम को भारत की आजादी के 76वें वर्ष के उपलक्ष्य में भारतीय विद्या भवन के वार्षिक उत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। जिस दौरान उन्होंने 50 साल से अधिक पुराने सांस्कृतिक संगठन की समावेशी भावना पर विचार किया और कहा कि ऐतिहासिक रूप से भवन में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और यह एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत की भावना के बहुत अनुरूप है।

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