वर्ल्ड कप इतिहास में अर्जेंटीना टीम ने अपना तीसरा खिताब जीता है. मेसी की कप्तानी वाली इस अर्जेंटीनाई टीम ने इससे पहले 1978 और 1986 खिताब जीता था. इसके अलावा अर्जेंटीना तीन बार (1930, 1990, 2014) उपविजेता भी रही है. जबकि दूसरी ओर फ्रांस की टीम का लगातार दूसरी और ओवरऑल तीसरी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया है. इससे पहले फ्रांस की टीम 1998 और 2018 में चैम्पियन बनी थी।

पेनल्टी शूटआउट ने दिलाई जीत

  • फ्रांस ने पहला गोल दागा
  • अर्जेंटीना ने भी अपना पहला गोल दागा
  • फ्रांस अपना दूसरा गोल चूका
  • अर्जेंटीना ने अपना दूसरा गोल दागा
  • फ्रांस अपना तीसरा गोल भी चूका
  • अर्जेंटीना ने तीसरा गोल दागा
  • फ्रांस की टीम ने चौथा गोल दागा
  • अर्जेंटीनाई टीम अपना चौथा गोल दागकर चैम्पियन बनी

लियोनल मेसी

लियोनल मेसी ने मैच में पहला गोल 23वें मिनट में पेनल्टी पर किया। वह एक विश्व कप के सभी नॉकआउट मैचों में गोल करने वाले दुनिया के पहले फुटबॉलर बन गए। उनके बाद एंजेल डी मारिया 36वें मिनट में गोल कर अर्जेंटीना को 2-0 से आगे कर दिया। हाफटाइम तक अर्जेंटीना की टीम 2-0 से आगे थी। हाफटाइम के बाद दोनों टीमों ने लगातार हमले किए, लेकिन गोल नहीं निकल पा रहे थे। 80 मिनट तक तो ऐसा लगा कि अर्जेंटीना अब मैच को आसानी से जीत लेगा, लेकिन किलियन एम्बाप्पे ने दो मिनट में दो गोल कर मैच को पलट दिया। उन्होंने 80वें और 81वें मिनट में गोल कर दिया।

पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया मुकाबला

निर्धारित 90 मिनट तक स्कोर 2-2 की बराबरी पर रहने के बाद मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में पहुंच गया। वहां दोनों टीमों को 15-15 मिनट के दो हाफ मिले। लियोनल मेसी ने 108वें मिनट में गोल कर मैच में अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया। एक बार फिर लगा कि अर्जेंटीना जीत के करीब पहुंच गया है, लेकिन उसके राह में किलियन एम्बाप्पे फिर से खड़े हो गए। उन्होंने 117वें मिनट में गोल कर मैच को 3-3 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया। वहां अर्जेंटीना ने मुकाबले को 4-2 से अपने नाम कर लिया।