इंडिया न्यूज, New Delhi News। Arvind Kejriwal Targeted BJP : अरविंद केजरीवाल के गुरु कहे जाने वाले अन्ना हजारे ने भी अब आम आदमी पार्टी सरकार की शराब नीति पर सवाल खड़े किए हैं। जहां केजरीवाल सालों पहले अन्ना हजारे के साथ मिलकर भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चला चुके हैं वहीं अब उन्हें अन्ना की नसीहत के पीछे भाजपा नजर आ रही है। वहीं केजरीवाल ने पहली बार अन्ना के पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बीजेपी अन्ना के कंधे पर रखकर बंदूक चला रही है।
सीबीआई और जनता ने नहीं माना तो लिया अन्ना का सहारा
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि बीजेपी की बात जनता नहीं मान रही है इसलिए वह अन्ना हजारे का सहारा ले रही है। अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि वे कहते रहे हैं कि शराब नीति में घोटाला हुआ है, लेकिन सीबीआई ने कहा कि कोई घोटाला नहीं है। जनता इनकी बात नहीं मान रही है तो अब ये अन्ना हजारे जी के कांधे पर बंदूख रख के चला रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मिल चुकी क्लीन चिट
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अनौपचारिक रूप से क्लीन चिट दे दी है। केजरीवाल ने कहा, हमें किसी भी जांच के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
सीबीआई ने अपनी सारी जांच पूरी कर ली है। मनीष सिसोदिया से 14 घंटे तक पूछताछ की। उन्होंने उनके सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। उनके लॉकर में कुछ नहीं मिला। उन्हें अनौपचारिक क्लीन चिट दे दी गई है।
अब विधायक खरीदने वालों की भी हो जांच
केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई की जांच से कुछ सामने नहीं आया, इस पर अब कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। अब इसकी जांच होनी चाहिए कि वह (बीजेपी) कैसे 20-20 करोड़ देकर दिल्ली में विधायक खरीदना चाहते थे। यदि हम इससे पीछे नहीं भागे तो वे क्यों ऐसा कर रहे हैं।
अन्ना ने अपने पत्र में कसा ये तंज…
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेटर लिखकर उनकी सरकार की नई आबकारी नीति की निंदा की है और लिखा है कि मुख्यमंत्री ‘सत्ता के नशे में चूर लगते हैं’।
हजारे ने यह भी कहा है कि एक ऐतिहासिक आंदोलन को नुकसान पहुंचाने के बाद जन्मी पार्टी अब दूसरे दलों के रास्ते पर है, जो पीड़ादायी है। हजारे ने कहा कि नई नीति से शराब की बिक्री और खपत को बढ़ावा मिलेगा और भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा।
पुस्तक ‘स्वराज’ के बारे में दिलाया याद
हजारे ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में अपने गांव रालेगण सिद्धि में पूरी तरह शराब प्रतिबंध का हवाला देते हुए अपने पूर्व सहयोगी केजरीवाल को उनकी पुस्तक ‘स्वराज’ के बारे में याद दिलाया जिसमें शराब पर पाबंदी की वकालत की गई है।
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