बजट सत्र के दौरान लगातार विवाद देखने को मिल रहा हैं। जानकारी के लिए बता दें पीछले कुछ दिनों से BJP कांग्रेस मनेता राहुल गांधी से अपने दिये बयानों को लेकर माफी मांगने को कह रही थी। लेकिन अब कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि संसद में ऑडियो को म्यूट कर दिया गया था, ताकि सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाज़ को खामोश किया जा सके। पार्टी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर एक क्लिप शेयर किया, जिसमें लोकसभा में ऑडियो बंद लग रहा है, जबकि सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद उसी वक्त विपक्षी दल भी विरोध करते नज़र आ रहे हैं।
कांग्रेस ने शेयर की वीडियो
बता दें पार्टी ने जो वीडियो शेयर कि है उसमें देखा जा सकता हैं कि विपक्ष के सांसद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के आसन के पास पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, और सत्तापक्ष के लगभग सभी सदस्य अपने स्थानों पर उठ खड़े हुए हैं।लगभग 20 मिनट तक सदन में किसी प्रकार का ऑडियो सुनाई नहीं दिया। ऑडियो तभी लौटा, जब स्पीकर ने बोलना शुरू किया। पहले वह सांसदों से शोर मचाना बंद करने के लिए कहते रहे, फिर उन्होंने सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। सरकार ने इस बात कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है कि लोकसभा में ऑडियो क्यों नहीं था।
“ओम बिड़ला मुस्कुराए और सदन म्यूट हो गया”
कांग्रेस ने हिन्दी में किए गए ट्वीट में कहा, “पहले माइक ऑफ होता था, आज सदन की कार्यवाही ही म्यूट करा दी…”पार्टी ने इसके लिए एक और ट्वीट भी किया, जिसमें लिखा गया, “नारे लगे – राहुल जी को बोलने दो…बोलने दो…. बोलने दो….फिर ओम बिड़ला मुस्कुराए और सदन म्यूट हो गया…यह लोकतंत्र है…?” कांग्रेस के तीसरे ट्वीट में संसद भवन की एक तस्वीर लगाकर ऑडियो म्यूट का आइकॉन पोस्ट किया गया है।
सदन के जानबूझकर बंद किया गया था माइक
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सदन के माइक को जानबूझकर बंद किया गया था, ताकि अडाणी-हिंडनबर्ग विवाद की जांच संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से कराए जाने की विपक्ष की मांग को दबाया जा सके। पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि BJP ने तय किया है कि राहुल गांधी को संसद में बोलने नहीं दिया जाएगा।
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