India News (इंडिया न्यूज),Rajasthan Politics: राजस्थान में कुर्सी की लड़ाई के बीच बाबा बालकनाथ ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की है। उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ स्पीकर से मुलाकात की और फिर अपना इस्तीफा सौंप दिया। बाबा बालकनाथ राजस्थान की अलवर सीट से सांसद थे और मौजूदा विधानसभा चुनाव में तिजारा से विधायक चुने गए हैं। चुनाव में बड़ी जीत के बाद से सोशल मीडिया पर बाबा बालकनाथ को लेकर समर्थकों का अभियान चल रहा है। उनके समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ स्पीकर बालकनाथ से मुलाकात के बाद उनके सीएम बनने की अटकलें तेज हो गई हैं।

सीएम पद के दावेदार माने जा रहे ये नेता

राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए वसुंधरा राजे, सांसद दीया कुमारी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा बाबा बालकनाथ को भी संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में सांसद बाबा बालकनाथ को मैदान में उतारा था। हालांकि, आज जब उनसे संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बारे में पूछा गया तो वह तेजी से भागकर संसद परिसर में घुस गये।

हालिया विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 21 सांसदों को विधानसभा टिकट दिया था। इनमें से 12 सांसद विजयी रहे। गुरुवार को इनमें से 10 सांसदों ने अपने संसदीय पद से इस्तीफा दे दिया, जिनमें राजस्थान से राज्यवर्धन राठौड़, दीया कुमारी, किरोड़ी लाल मीना (राज्यसभा सदस्य) भी शामिल हैं।

राजस्थान का योगी कहलाते हैं बालकनाथ

महंत बालकनाथ योगी राजस्थान की अलवर सीट से सांसद थे। मौजूदा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें तिजारा सीट से मैदान में उतारा था और वह जीत गया। उन्हें बीजेपी का ब्रांड नेता माना जाता है और बाबा बालकनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अग्यित्यनाथ की तरह भगवा पहनते हैं। राजस्थान में लोग उन्हें योगी भी कहते हैं। अलवर और आसपास के इलाकों में बालकनाथ का अच्छा प्रभाव माना जाता है। यही वजह है कि बीजेपी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट दिया। उन्हें बीजेपी के हिंदुत्व एजेंडे के लिए फिट माना जाता है।

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