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SCO Meeting in Goa: बिना नाम लिए बिलावल ने उठाया कश्मीर का मुद्दा, आतंकवाद पर खेला इमोशनल कार्ड

Roshan Kumar • LAST UPDATED : May 5, 2023, 3:32 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़), SCO Meeting in Goa, पणजी:  पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टों ने बिना नाम लिए कश्मीर का मुद्दो उछालने की कोशिश की। बिलावल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून और सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के उल्लंघन कर राज्यों द्वारा एकतरफा और अवैध उपाय, एससीओ के उद्देश्यों के विपरीत हैं।

  • आतंकवाद पर जयशंकर ने सुनाया
  • पाकिस्तानी नेताओं ने दौरे के लिए आलोचना की
  • बिलावल ने इमोशनल कार्ड खेला

अपनी टिप्पणी में, भुट्टो-जरदारी ने कहा, “हमारे लोगों की सामूहिक सुरक्षा हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है। आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। उन्होंने भारत के विदेश मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘राजनयिक लाभ के लिए आतंकवाद को हथियार बनाने के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।

मां बनी आतंकवाद का शिकार

बिलावल ने भावुकता का कार्ड खेलते हुए कहा कि जब मैं इस विषय पर बोलता हूं, तो मैं न केवल पाकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में बोलता हूं, जिनके लोगों ने हमलों की संख्या और हताहतों की संख्या के मामले में सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है। मैं उस बेटे के रूप में भी बोलता हूं जिसकी मां की हत्या आतंकवादियों द्धारा कर दी गई थी। आपको बता दे की पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 2007 में रावलपिंडी में एक आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी।

विशिष्ट समूहों पर हो कार्रवाई

बिलावल ने आगे कहा कि वह और उनका देश आतंकवाद के उन्मूलन के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक प्रयासों का हिस्सा बनने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए न केवल एक व्यापक दृष्टिकोण बल्कि एक सामूहिक दृष्टिकोण की भी आवश्यकता है। यह मांग करता है कि हम मूल कारणों के साथ-साथ विशिष्ट समूहों द्वारा उत्पन्न खतरों को भी संबोधित करें।

जयशंकर ने सुनाया

अपने स्वागत भाषण में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद पर पाकिस्तान को जमकर सुनाया, उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल चैनल को बिना किसी भेद के जब्त और अवरुद्ध किया जाना चाहिए। सदस्यों को यह याद दिलाने की आवश्यकता नहीं है कि आतंकवाद का मुकाबला करना एससीओ के मूल प्रतिबद्धताओं में से एक है।

2001 में बना संगठन

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक अंतर सरकारी संगठन है। एससीओ में भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य हैं। भारत ने 2022 में समरकंद में आयोजित शिखर सम्मेलन में एससीओ की अध्यक्षता संभाली।

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