India News (इंडिया न्यूज़), Maharashtra Politics, मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी विधायकों के शामिल होने के बाद जल्द ही कैबिनेट विस्तार किया जाएगा। देर रात देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मीटिंग हुई जिसके बाद यह ऐलान किया गया। सीएम ने पिछले दो दिनों में दोनों डिप्टी सीएम के साथ घंटों बैठक की है। 2 जुलाई को एनसीपी के 9 नेताओं ने शिंदे सरकार में शपथ ली थी। अजित पवार ने दावा किया है की उनके पास 40 विधायक है।

तीन विधायकों ने छोड़ा साथ

2 जुलाई के अब तक अजित पवार गुट के तीन विधायक चाचा शरद पवार के खेमे में जा चुके है। इन विधायकों में मरकंद जाधव पाटिल, रामराजे नाईक-निंबालकर और दीपक चव्हाण के नाम है। विधायक किरण लामहाटे शपथ के दौरान अजित पवार के साथ थे फिर वह शरद पवार के गुट में गए। इसके बाद उन्होंने फिर से पलटी मारी अजित पवार गुट में चले गए।

उद्धव के बयान की निंदा

उद्धव ठाकरे ने नागपुर में कहा था कि देवेन्द्र फड़णवीस की स्थिति इतनी विचित्र हो गई है। एक बार उन्होंने कहा था, ‘मैं फिर आऊंगा’। लेकिन, वह अपने साथ दो और लोगों को लेकर आये। वे दो लोग कौन हैं? देवेन्द्र फड़णवीस नागपुर के लिए कलंक हैं। अब वे कह रहे हैं, उद्धव ठाकरे ने हमें छुरा घोंपा।’ सबसे पहले किसने उद्धव ठाकरे की पीठ में छुरा घोंपा? वे 2014 से 2019 तक सत्ता में थे। 2014 में शिवसेना ने गठबंधन नहीं तोड़ा। मैं तब कांग्रेस में नहीं गया था। मैं वही था और मैं वही हूं। सीएम शिंदे ने इस बयान की निंदा की।

मानसिक डॉक्टर की जरूरत

उद्धव ठाकरे के बयान पर देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे को मानिसक डॉक्टर की जरूरत है। वही सीएम शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस पर जो टिप्पणी की है वह निंदनीय है। 2019 में लोगों से विश्वासघात करना, बालासाहेब के विचारों को त्याग कर कुर्सी के लालच में सब कुछ भूल जाना, यह सब तो उन्होंने (उद्धव ठाकरे) किया है, उन्हें देवेंद्र फडणवीस के बारे में बोलने का क्या अधिकार है?”

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