इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब एक नए मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाएगी। Land for job scam मामले में केंद्र सरकार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति प्रदान की है। अब केंद्र सरकार की इस मंजूरी के बाद सीबीआई रेलवे में ‘जमीन के बदले नौकरी’ मामले की जांच करेगी। और यह जानने की कोशिश करेगी की इस घोटाले का असली खिलाड़ी कौन है। जानकारी हो, इस मामले में पहले भी कई बार छापेमारी की जा चुकी है। आपको बता दें, सीबीआई ने इस मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ रेलवे में उनके कार्यकाल के दौरान कथिततौर पर जमीन के बदले नौकरी घोटाले में अक्टूबर 2022 में आरोपपत्र दाखिल किया था।

15 साल पुराने मामले में लालू पर लटकी जांच की तलवार

आपको बता दें, रेलवे में नौकरी के बदले जमीन का है मामला तब का है। जब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। उस वक्त उन पर आरोप लगा कि, उन्होंने जमीन के बदले नौकरी देने का काम किया। ये मामला तक़रीबन 15 साल पुराना है।

12 लोगों को रेलवे में नौकरी के बदले जमीन का है मामला

आपको बता दें, लालू पर आरोप है कि, रेल मंत्री के पद पर रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी थी। और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं।

सीबीआई का दावा, मामूली कीमत में कीमती जमीन के बने मालिक

सीबीआई का दावा है कि, लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई।