इंडिया न्यूज: (CDS Anil Chauhan said there is a possibility of war in space) पीटीआई -सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को अंतरिक्ष के सैन्यीकरण की होड़ को रेखांकित किया। अंतरिक्ष क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक को शामिल करने पर विशेष जोर देने की बात कही और साथ ही दोहरे उपयोग वाले मंच को विकसित करने की भी बात कही। जनरल चौहान ने भारतीय रक्षा संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कहा कि अंतरिक्ष के शस्त्रीकरण की दिशा में निरंतर होड़ से युद्ध की आशंका पैदा हो गई है। आए दिन यह और भी बढ़ेगी। चौहान ने चीन- रूस के उपग्रह रोधी परीक्षणों का भी विशेष जिक्र किया।
- अंतरिक्ष का सैन्य उपयोग, विमर्श का अहम विषय है
- अत्याधुनिक तकनीक को शामिल करना मंच विकसित
अंतरिक्ष का सैन्य उपयोग, विमर्श का अहम विषय है
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन भारतीय अंतरिक्ष संघ ने किया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जो भूमि, समुद्र, वायु और यहां तक कि साइबर सहित अन्य क्षेत्रों की क्षमताओं को लगातार बढ़ा रहा है। अंतरिक्ष का सैन्य उपयोग अहम विमर्श का विषय है, जिससे हम अलग-थलग बिल्कुल भी नहीं रह सकते हैं।
अत्याधुनिक तकनीक को शामिल करना मंच विकसित करना
जनरल ने रूस और चीन के उपग्रह रोधी परीक्षणों का जिक्र किया था। साथ ही अंतरिक्ष क्षेत्र में आक्रामक और रक्षात्मक क्षमताओं के निर्माण के लिए भारत की जरूरत पर बल दिया। जनरल चौहान ने कहा कि मौजूदा और भविष्य की चुनौतियां को देखते हुए भारत को अपने प्रयासों को व्यापक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम सब का मकसद अत्याधुनिक तकनीक को शामिल करने पर उपयोग वाले मंच विकसित करने की ओर होना चाहिए।
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