दिल्ली (Pakistan economic crisis): पाकिस्तान को खाने के लाले पड़े है। दुनिया में कोई उसकी मदद करने को तैयार नहीं था। ऐसे में उसका पुराना दोस्त और आधे पाकिस्तान में अपने प्रोजेक्ट चलाने वाले चीन ने पाकिस्तान को मदद देने का फैसला किया है। यह जानकारी पाकिस्तान के वित्त मंत्र इशाक डार ने दी। चाइना डेवलपमेंट बैंक के निदेशक मंडल की तरफ से भी यह घोषणा की गई।
निदेशक मंडल ने यह फैसला पाकिस्तान की संसद नेशनल एसेंबली में धन विधेयक पास होने के बाद लिया। इस विधेयक को आम सहमति से पास किया गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की विभिन्न शर्तों को मानते हुए यह धन विधेयक पारित किया गया। कर राजस्व बढ़ाना इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य है।
70 करोड़ डॉलर का कर्ज
पाकिस्तान के वित्त मंत्री के अनुसार इस कर्ज के लिए पाकिस्तान ने चाइना डेवलपमेंट बैंक के साथ सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली है। 70 करोड़ डॉलर का कर्ज स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के खाते में सीधे ट्रान्सफर की जाएगी। वित्त मंत्री ने उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘चाइना डेवलपमेंट बैंक के निदेशक मंडल ने 70 करोड़ डॉलर के कर्ज को लेकर मंजूरी दे दी है। यह राशि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को इस सप्ताह मिल जाने की उम्मीद है। इससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ेगा।”
30 फीसदी हिस्सा चीन का
पाकिस्तान के ऊपर अलग-अलग देशों का कुल जितना कर्ज है उसका अकेले 30 प्रतिशत चीन का हिस्सा है। सबसे ज्यादा कर्ज चीन ने ही पाकिस्तान को दे रखा है। ऐसे में चीन से मिलने वाले नए कर्ज से पाकिस्तान की मुश्किले थोड़े वक्त के लिए दूर हो सकती हैं। लेकिन लंबे समय तक पाकिस्तान इस मुसीबत से नहीं बच पाएगा।