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'चीन कर रहा युद्ध की तैयारी' राहुल को कैसे पता, कहीं चीनी एजेंट तो नहीं?

Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : December 16, 2022, 8:49 pm IST

इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में टकराव के बाद से देश की सियासत गर्म हो गई है। इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। दूसरी ओर भारत जोड़ो यात्रा के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार तवांग के मसले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है और भारत सरकार इस पर सो रही है। उन्होंने कहा है कि सरकार खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है. राहुल ने आरोप लगाया है कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र छीन लिया है।

राहुल गांधी ने चीन से टकराव को लेकर कहा, “मैं चीन के खतरे को बहुत स्पष्ट रूप से देख सकता हूं। मैं पिछले दो-तीन वर्षों से इस पर स्पष्ट हूं, लेकिन सरकार इसे छिपाने और इसे अनदेखा करने की कोशिश कर रही है।” राहुल गांधी ने कहा, “इस खतरे को न तो छिपाया जा सकता है और न ही नजरअंदाज किया जा सकता है। अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में आक्रामक तैयारी चल रही है, भारत सरकार सोई हुई है.” राहुल ने चीन को फिलहाल भारत का सबसे बड़ा खतरा बताया है।

चीन कर रहा युद्ध की तैयारी

राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार यह सुनना नहीं चाहती है लेकिन उनकी तैयारी जारी है। चीन की तैयारी युद्ध के लिए है। यह घुसपैठ के लिए नहीं है, बल्कि युद्ध के लिए है। राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर कहा, “यदि आप उनके हथियार पैटर्न को देखें, तो वे क्या कर रहे हैं, वे हैं युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। हमारी सरकार इसे छिपाती है और इसे स्वीकार नहीं कर पाती है।”

इवेंट मैनेजमेंट करती है सरकार

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तगड़ा हमला बोला है। राहुल ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार इवेंट बेस्ड काम करती है न कि रणनीतिक तरीके से काम करती है। राहुल ने कहा, “वे इवेंट मैनेजमेंट के बारे में सोचते हैं लेकिन जहां भू-रणनीति शामिल है, वहां घटना-आधारित कार्रवाई काम नहीं करती है, वहां शक्ति काम करती है।”

राहुल ने अपने पुराने बयानों को याद करते हुए कहा, “तीन-चार बार कहा है कि हमें सावधान रहना चाहिए और समझना चाहिए कि क्या हो रहा है। वे बयान देते रहते हैं। विदेश मंत्री टिप्पणियां करते रहते हैं। मुझे यह नहीं कहना चाहिए, लेकिन उन्हें अपनी समझ को गहरा करना चाहिए।”

तवांग में हुई थी भारत -चीन सैनिकों की झड़प

जानकारी दें, 9 दिसंबर को तवांग में भारत और चीन की सेना के बीच झड़प हो गई थी जिसमें दोनों ओर सैनिक घायल हुए थे। जानकारी के मुताबिक चीन के ज्यादा सैनिक घायल हुए थे। वहीं इसके बाद कमांडर स्तर की बातचीत से मामले को स्थिर करने की कोशिशें की गई हैं। हालांकि तब से मोदी सरकार पर विपक्ष लगातार हमला बोल रहा है।

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