India News (इंडिया न्यूज़), Bajrang Dal, बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस ने अपना घोषानापत्र जारी किया। बीते दिनों बीजेपी ने अपना घोषणापत्र जारी किया था। बीजेपी के तरफ कांग्रेस में भी घोषणाओं की भरमार थी। लेकिन कुछ ऐसा भी था जिस पर बवाल मच गया। दरसअल, कांग्रेस ने हिंदू संगठन बजरंग दल पर बैन लगाने की बात अपने घोषणापत्र में कही, जिसका बीजेपी के साथ-साथ हिंदूवादी संगठन भी विरोध कर रहें है।

  • कांग्रेस ने सही बताया
  • बीजेपी ने विरोध किया
  • VHP ने जवाब देने की बात कही

कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में लिखा, “हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और बजरंग दल, पीएफआई जैसे व्यक्तियों और संगठनों द्वारा या बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा को बढ़ावा देने वाले या किसी अन्य लोगों द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है। हम ऐसे किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे”।

कांग्रेस ने सही बताया

कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी को मंदिर मठ से क्यों एतराज है? जो धार्मिक भावना भड़कायेगा सब पर प्रतिबंध लगाएंगे। हम पीएफआई और बजरंग दल दोनों पर एक्शन लेंगे… जो भी संगठन भावना भड़कायेगा सब पर प्रतिबंध लगाएंगे।

जिन्ना भी ऐसा घोषणापत्र नहीं बनाते

कांग्रेस के घोषनापत्र पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा आज जारी किया गया घोषणापत्र दर्शाता है कि यह पूर्ण रूप से मुस्लिम कट्टरपंथियों का घोषणापत्र है। अगर जिन्ना जिंदा होते तो भी ऐसा घोषणापत्र नहीं बनाते। कांग्रेस एक मुस्लिम कट्टरपंथी पार्टी बन गई है। हमारे एचएम ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया था और अब कांग्रेस कह रही है कि वे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएंगे

VHP ने कहा- करारा जवाब मिलेगा

वही विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव, डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना देशद्रोही और प्रतिबंधित पीएफआई से कर दी। देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। बजरंग दल इस चुनौती को स्वीकार करता है और सभी लोकतांत्रिक तरीकों से इसका जवाब देगा।
बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई है।

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