इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने मंगलवार को दावा किया है कि निर्वाचक मंडल के कई सदस्यों (डेलीगेट) को उनके नेताओं ने निर्देश दिया है कि वो मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन करें लेकिन गुप्त मतदान में वो उनके पक्ष में वोट कर सकते हैं। शशि थरूर ने ये भी कहा कि जो लोग इस चुनाव में 1997 और 2000 के चुनावों की तरह एकतरफा जीत की उम्मीद कर रहे हैं वो 19 अक्टूबर को मतगणना होने के बाद प्राप्त नतीजों पर हैरान रह जाएंगे।
तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा कि वह केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से यह सार्वजनिक स्पष्टीकरण की उम्मीद करते हैं कि चुनाव गुप्त मतदान के जरिये होगा। दिल्ली में उम्मीदवारों और उनके एजेंट के समक्ष सीलबंद मतपेटियां खोली जाएंगी और मतगणना शुरू होने से पहले ही सभी मतपत्रों को मिला लिया जाएगा। थरूर ने यह भी कहा कि मैं आशा करता हूं कि मिस्त्री आने वाले दिनों में इस पर अपना स्पष्टीकरण जरूर देंगे।
थरूर का दावा सबको हैरान कर देगा रिजल्ट
शशि थरूर का कहना है कि जो लोग इस चुनाव में 1997 और 2000 की तरह एकतरफा जीत की उम्मीद कर रहे हैं वो 19 अक्टूबर को हैरान होने वाले हैं। थरूर ने कहा, ‘‘मैं चुनाव नतीजे को झटके और व्यक्तिगत जीत के रूप में नहीं देखूंगा क्योंकि मैं पहले ही कह चुका हूं कि चाहे मैं जीतूं या खरगे जी जीतें, सिर्फ यह मायने रखता है कि कांग्रेस की जीत हो। “
थरूर ने यह भी किस्सा बतया की जब वर्ष 1997 में हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में सीताराम केसरी ने त्रिकोणीय मुकाबले में शरद पवार और राजेश पायलट को पराजित किया था तो 2000 के चुनाव में सोनिया गांधी ने जितेंद्र प्रसाद को बुरी तरह मात दी थी। थरूर से जब ये सवाल पूछा गया कि पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेता, खरगे के साथ खड़े नजर आ रहे हैं तो थरूर ने कहा कि गांधी परिवार ने मिस्त्री को अधिकृत किया है कि वो उम्मीदवारों को गुप्त मतदान के बारे में विश्वास दिलाएं और सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करें जैसा उन्होंने बार-बार किया भी है, इसके विपरीत कुछ भी करना गलत होगा।
जाने कब होगा कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद के लिए मतदान?
आपको बता दें, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होना है और 19 अक्टूबर को नतीजे भी आएंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर दोनों के बीच अध्य्क्ष पद के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है,ये दोनों अध्यक्ष पद के चुनाव में उम्मीदवार हैं। इस उम्मीदवारी में खड़गे की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही ह। थरूर से जब दूसरा सवाल किया गया क्या कुछ ऐसे नेता हैं जो वरिष्ठ नेताओं के नाराज होने की आशंका चलते उनका खुलकर समर्थन नहीं कर रहे हैं लेकिन उनके लिए वोट कर सकते हैं? इस पर थरूर ने कहा कि मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूं जिन्होंने कई कारणों के चलते खुलकर मेरा समर्थन नहीं किया है लेकिन व्यक्तिगत रूप से अपना समर्थन दिया है। थरूर ने ये भी दावा किया कि उनका समर्थन करने वाले डेलीगेट के नेताओं ने उनको निर्देश दिया है कि वे मेरे प्रतिद्वंद्वी का समर्थन करें और उनको लगता है कि वे अपने नेताओं की खुलकर अहवेलना नहीं कर सकते। ऐसे बहुत सारे लोग आखिर में मेरे पक्ष में वोट कर सकते हैं।