इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, Conman sukesh chandrashekhar write letter to Delhi LG): महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने फिर से दिल्ली के उप-राज्यपाल को पत्र लिखा है। उसने केजरीवाल और सत्येंद्र जैन पर मानसिक प्रताड़ना और धमकी देने का आरोप लगाया है।

सुकेश ने अपने पत्र में कहा कि उसको केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस को वापस लेने की धमकी मिल रही है। सुकेश ने आरोप लगाया कि सत्येंद्र जैन ने फोन पर उसको धमकी दी।

जेल अधिकारियों ने दी धमकी

सुकेश ने कहा ” सत्येंद्र जैन ने सभी सबूतों को वापस करने के लिए 48 घंटे का समय दिया है। जेल अधिकारियों और स्टाफ के द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है।”

पत्र में उसने आगे कहा “31 दिसंबर को जैन ने जेल सुपरिटेंडेंट राजकुमार के जरिए कर्नाटक चुनाव में एक सीट और पंजाब में खनन का कॉन्ट्रेक्ट देने का ऑफर भेजवाया था, उन्हें मीडिया में दिये बयान, हाई पॉवर कमेटी के सामने दिए बयान को को वापस लेने साथ सभी स्क्रीनशॉट, चैट और वॉइस ओवर को उनको सौपने के लिए कहा है।”

सुकेश ने यह भी कहा कि उसको इतना परेशान किया जाएगा तो वह सुशांत सिंह राजपूत की तरह आत्महत्या करने को मजबूर होगा।

पहले भी लिख चुका है पत्र

सुकेश ने सबसे पहले सात अक्टूबर को दिल्ली के उपराज्यपाल को चिट्टी लिख सत्येंद्र जैन और आम आदमी पार्टी पर 50 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था। जेल DG संदीप गोयल को भी साढ़े 12 करोड़ रुपए देने की बात कही थी। उसकी शिकायत पर उपराज्यपाल ने के तीन सदस्यीय हाई पावर कमेटी बनाई थी।

उसने पत्र में कहा था कि “2017 में 50 करोड़ रुपये देने के बाद होटल हयात रीजेंसी भीकाजी कामा प्लेस में सुकेश चंद्रशेखर ने एक डिनर पार्टी दी, जिसमें सीएम केजरीवाल, सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत शामिल हुए थे। सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से उसका परिचय कराया था। इसके बाद उन्होंने कई बार फोन पर बातचीत की।”

हाई पावर कमेटी ने 14 नवंबर और 15 नवंबर को मंडोली जेल में सुकेश के बयान दर्ज किए थे। उसने कमेटी को बताया कि उसने दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के असोला माइंस स्थित फार्म हाउस पर मंत्री सत्येंद्र जैन को चार किश्तों में 50 करोड़ रुपये दिए थे और अरविंद केजरीवाल इन वित्तीय लेन-देन से पूरी तरह से वाकिफ थे।

इसके बाद उसने 28 नवंबर को उपराज्यपाल को पत्र लिखकर सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया पर आरोप वापस लेने के लिए धमकी देने का आरोप लगाया था।