India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Assembly Elections: दिल्ली में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इसी बीच आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के 5 पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए हैं। आम आदमी पार्टी के पांच पार्षदों के पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी दोनों विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और AAP के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस ने जहां इसे बीजेपी की घुसपैठ की राजनीति करार दिया, वहीं आम आदमी पार्टी के संदीप पाठक और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इसकी आलोचना की है। AAP नेताओं ने MCD चुनाव के बाद दरकिनार किए जाने की बात कही।
राजनीतिक संतुलन खो चुका है AAP- प्रवीण शंकर
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि AAP नेतृत्व अपना राजनीतिक संतुलन खो चुका है और उसी के चलते आज पार्टी के दो सांसदों संदीप पाठक और संजय सिंह ने पार्टी छोड़कर गए विधायकों, पार्षदों और अन्य नेताओं के प्रति अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद से दिल्ली में दो विधायकों और सात पार्षदों के पार्टी छोड़ने से दिल्ली नगर निगम में आप का सत्ता समीकरण इतना बिगड़ गया है। अब आप के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ने वालों के राजनीतिक सफर के अंत, उनकी राजनीतिक बर्बादी की बात कर रहे हैं।
क्या था पार्टी छोड़ने का कारण
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आप नेताओं को यह समझना चाहिए कि ये विधायक-पार्षद अरविंद केजरीवाल के राजनीतिक परिवर्तन के सपनों के बहकावे में आकर आप में शामिल हुए थे। बाद में उनका मोहभंग हो गया। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि पार्टी छोड़ने वाले पार्षदों और विधायकों को कोसने की बजाय बेहतर होगा कि संदीप पाठक और संजय सिंह सोचें कि पिछले सप्ताह दिल्ली नगर निगम की बैठक में तीन पार्षदों प्रीति, नरेंद्र कुमार गिरसा और अलका ढींगरा ने पार्टी नेतृत्व का खुलकर विरोध क्यों किया। पार्टी के पांच पार्षद भाजपा में शामिल हुए। सभी पांच पार्षद दिल्ली भाजपा नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।