Delhi Liquor Scam: दिल्ली शराब घोटाले मामले में फंसी तेलंगाना मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता से आज ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) फिर पूछताछ करने वाली है। इससे पहले ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति से संबंधित धनशोधन मामले में बुधवार, 15 मार्च को कविता के पूर्व लेखा परीक्षक (ऑडिटर) बुचिबाबू गोरांतला से पूछताछ की और अन्य गिरफ्तार आरोपी से उसका सामना कराया।

ईडी की गिरफ्त में रामचंद्रन पिल्लई

सूत्रों के अनुसार कविता ने पिछले सप्ताह ईडी कार्यालय में बिताए 9 घंटों के दौरान हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों का सामना किया था। बता दें पिल्लई को शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

कविता के खिलाफ मिले पर्याप्त सबूत

सूत्रों का कहना है कि कविता के खिलाफ यह साबित करने के पर्याप्त सबूत है कि वह इस घोटाले में शामिल थीं। ईडी की पूछताछ में कम से कम तीन अरोपियों और संदिग्धों ने अपने बयानों में कविता की संलिप्तता का दावा किया हैं।

शराब घोटाले में कैसे फंसी कविता?

दरअसल, पिछले साल दिसंबर में ईडी ने अमित अरोड़ा की रिमांड रिपोर्ट में बताया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं की ओर से विजय नायर और दूसरे लोगों को ‘साउथ ग्रुप’ ने 100 करोड़ की रिश्वत दी थी। 11 दिसंबर को सीबीआई की टीम हैदराबाद में कविता के घर उनसे पूछताछ करने पहुंची और 22 दिसंबर को ईडी ने चार्जशीट में दावा किया कि कविता के मालिकाना हक वाले ग्रुप ने विजय नायर को 100 करोड़ की रिश्वत दी थी।

कविता और AAP के बीच हुआ था समझौता

वहीं इस साल फरवरी में सीबीआई ने सीए बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया। माना जाता है कि गोरंतला कविता का अकाउंट संभाला करता था। वहीं 7 मार्च को ईडी ने हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को गिरफ्तार किया। पिल्लई ने ईडी को पूछताछ में बताया कि कविता और आम आदमी पार्टी के बीच एक समझौता हुआ था। इसके तहत 100 करोड़ का लेन-देने हुआ, जिससे कविता की कंपनी इंडोस्पिरिट्स को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली।

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