दिल्ली (Delhi mayor election):  आज दिल्ली में मेयर का चुनाव होने की संभावना है। अब तक तीन बार मेयर के चुनाव कराने का प्रयास किया जा चुका है लेकिन यह नहीं हो सका। पार्षदों की संख्या के हिसाब से आम आदमी का मेयर बनना लगभग तय माना जा रहा है। आज मेयर का चुनाव, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हो रहा है। उपराज्यपाल ने 10 मनोनीत पार्षदों को चुनाव में मतदान करने की अनुमति दी थी, इसके खिलाफ आम आदमी पाार्टी की मेयर उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी।

भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि मनोनीत सदस्य चुनाव में मतदान नहीं कर सकते हैं। पीठ ने कहा, “मनोनीत सदस्य चुनाव में भाग नहीं ले सकते, संवैधानिक प्रावधान बहुत स्पष्ट हैं।” मेयर के चुनाव के बाद आज ही डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी (स्थायी समिति) के छह सदस्यों का चुनाव भी होगा।

क्या कहता है संख्या बल?

250 सीटों वाली दिल्ली नगर निगम में आप ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी वही बीजेपी ने 104 सीटों और कांग्रेस ने 9 सीटें जीती थी। दिल्ली के सात लोकसभा सांसद, तीन राज्यसभा सांसद और 14 विधायकों को नगर निगम में नामित किया गया था। अगर नामित सदस्यों को वोट देने का अधिकार भी हो तब भी बहुमत ‘आप’ के साथ ही है। 24 नामित सदस्यों में से 16 आम आदमी पार्टी के है, जिसमें 13 विधायक और तीन राज्यसभा के सांसद है। सात लोकसभा सांसद और एक विधायक बीजेपी के नगर निगम में नामित है।

दो महीने से नहीं हुआ चुनाव

अगर मनोनीत सदस्य वोट करते है तो कुल संख्या सदन की होती है 274, जिसमें बहुमत का आंकड़ा होता है 138 है। ‘आप’ के 134 चुने हुए और 16 मनोनीत मिलाकर संख्या होती है 150, यानी नंबर पहले भी आम आदमी पार्टी के साथ ही था। मनोनीत के साथ बीजेपी की संख्या 112 ही होती है। दिल्ली नगर निगम का चुनाव 4 दिसंबर 2022 को हुआ था वही नतीजे 7 दिसंबर को आए थे। दो महीने से ज्यादा हो जाने के बाद भी अब तक मेयर का चुनाव नहीं हो सका है।