India News (इंडिया न्यूज़), Delhi News: संसद भवन की लाइब्रेरी में वास्तुशिल्प दोष बताने वाले वास्तुशास्त्री खुशदीप बंसल 65 करोड़ रुपये की बड़ी धोखाधड़ी करने के मामले में चर्चा में आए हैं। बता दें कि अब से 30 साल पहले साल 1997 में जाने माने वास्तुशास्त्री खुशदीप बंसल ने संसद में वास्तुदोष बताते हुए दावा किया किया था कि इस दोष की वजह से ही संसद में सरकार घिर जाती है। खूब चर्चा बटोरी थी।
सोमवार सुबह, असम पुलिस ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की मदद से सोमवार को बंसल और उनके भाई को गिरफ्तार कर किया। स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट (सीआई) ने राष्ट्रीय राजधानी के बाराखंभा इलाके में दोनो को गिरफ्तारी किया है। वहीं गिरफ्तारी के बाद असम पुलिस ने आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेते हुए असम के लिए रवाना हो गई।
65 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप
बता दें कि असम में उन पर चल रहे ₹ 65 करोड़ के स्वायत्त परिषद घोटाले में आरोप हैं। इस घोटाले में मध्य प्रदेश के एक कांग्रेस नेता का बेटा भी शामिल है। दिल्ली स्थित सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक कमल सबरवाल ने बंसल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
बंसल ने दिल्ली पुलिस के सामने किया खुलासा
कथित तौर पर बंसल ने दिल्ली पुलिस के सामने खुलासा किया कि उसने एक व्यक्ति को कमल सबरवाल से मिलवाया था और खुद को धोखाधड़ी में फंसा लिया। इसके साथ ही असम पुलिस का दावा है कि सभी आरोपियों ने घोटाले को अंजाम देने में सहयोग किया था जो अब सामने आ गया है।
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