India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Waterlogging: दिल्ली में जलभराव को लेकर दिल्ली सरकार और राजनिवास के बीच चल रही खींचतान के बीच लोक निर्माण विभाग ने मानसून के दौरान अपने अधीन आने वाले नालों की नियमित निगरानी के लिए टीमें गठित की हैं। सहायक अभियंताओं के नेतृत्व में गठित टीमें मानसून के दौरान प्रतिदिन नालों का निरीक्षण करेंगी। प्रत्येक टीम 10 किलोमीटर तक के नालों का निरीक्षण करेगी और ई-मॉनिटरिंग एप पर अपनी रिपोर्ट डालेगी कि नालों की सफाई हुई है या नहीं। इस कार्य के लिए 11 टीमें तैनात की गई हैं।

अब रोज होगा नालों का निरीक्षण

यदि कहीं भी कोई छोटी-मोटी समस्या पाई जाती है तो समस्या से पहले और समस्या के समाधान के बाद की तस्वीरें भी एप पर अपलोड की जाएंगी। इस कार्य के लिए 11 टीमें तैनात की गई हैं। टीमों ने अपना काम शुरू कर दिया है। नालों में गाद की पर्याप्त निगरानी सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्र निरीक्षण टीमें ई-मॉनिटरिंग एप पर उन्हें सौंपे गए डिवीजनों में नालों से गाद हटाने की स्थिति की जांच करेंगी और इसकी रिपोर्ट देंगी।

मानसून के दौरान किया जाएगा ये काम

टीम प्रतिदिन अपने निर्धारित सर्किल में कम से कम 10 किलोमीटर नालों का निरीक्षण करेगी तथा यह सुनिश्चित करेगी कि एक ही नाले व मैनहोल का एक से अधिक बार निरीक्षण न किया जाए। नालों के निरीक्षण के दौरान संबंधित डिवीजन के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता द्वारा उपलब्ध कराए गए कर्मचारियों की मदद से मैनहोल खोलकर रुकावट व गाद निकालने का निरीक्षण किया जाएगा। टीम जीपीएस से नाले का नाम तथा निरीक्षण किए गए नाले की फोटो लेगी तथा दिन के अंत में नाले से गाद निकालने के संबंध में निरीक्षण व ऑडिट रिपोर्ट प्रतिदिन ई-मॉनीटरिंग एप पर अपलोड करेगी। इस कार्य के लिए 11 टीमें तैनात की गई हैं।