दिवाली के बाद वायू प्रदूषण का अचानक बढ जाना आम बात है लेकिन जब आपके सहर की स्थिती इस मामले में पहले से ही खराब हो तो दिवाली के बाद हवा की हालत बत से बत्तर हो जाता है। बता दें ऐसा ही कुछ हाल दिल्ली का है। पटाखा बैन होने के बावजूद लोगों ने जमकर पटाखें जलाएं जिसकी वजह से दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। SAFAR India air quality service के मुताबिक, दिल्ली में दिवाली के अगले दिन यानी मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 323 दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा की स्थिति इससे से खराब रही. यहां AQI 342 दर्ज हुआ है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है.

खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण

दिल्ली-एनसीआर में रोक के बावजूद देर रात तक आतिशबाजी होती रही. इसका असर ये हुआ कि मंगलवार सुबह पॉल्यूशन लेवल बढ़कर 323 AQI पर पहुंच गया. जहांगीरपुरी में खतरनाक स्तर पर पहुंचा था प्रदूषण दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी के रियल टाइम डेटा के मुताबिक, दिल्ली के जहांगीरपुरी में सामान्य से 10 गुना ज़्यादा प्रदूषित हवा हो गई है. रात 10.30 बजे के पास दिल्ली के जहांगीरपुरी में AQI 770 पहुंच गया था.

 

नोएडा की स्थिति भी ज्यादा बेहतर नहीं

SAFAR India air quality service के मुताबिक नोएडा की स्थिति भी ज्यादा बेहतर नहीं रही. यहां AQI 342 दर्ज हुआ है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. इससे पहले दिवाली के दिन सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 276 दर्ज किया गया था. वहीं, नोएडा का AQI 309 रिकॉर्ड किया गया था.

दिल्ली के इन इलाकों की हालत खराब

  • IIT Delhi –  334AQI – बहुत खराब
  • पूसा  – 304AQI  – बहुत खराब
  • मथुरा रोड – 323AQI – बहुत खराब
  • गुरूग्राम  – 245AQI – बहुत खराब
  • आर के पुरम -208AQI – बहुत खराब
  • पंजाबी बाग – 202AQI – बहुत खराब
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी – 365AQI – बहुत खराब
  • ओखला –  262AQI – बहुत खराब
  • गाजियाबाद – 278AQI – बहुत खराब
  • दिल्ली एयरपोर्ट – 354AQI – बहुत खराब
  • आनंद विहार – 374 – बहुत खराब

कब अच्छा और कब खराब होता है AQI

  • शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा
  • 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’
  • 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’
  • 201 से 300 के बीच ‘खराब’
  • 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’
  • 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’

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