इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, Demolition of damaged hotels, houses to begin in joshimath): जोशीमठ के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि वे पवित्र शहर में होटल और घरों को ध्वस्त करना शुरू कर देंगे, जो भूस्खलन और धंसने के मद्देनजर दरारें विकसित कर चुके हैं।
अधिकारियों ने कहा कि होटल मलारी इन और माउंट व्यू में और दरारें आ गई हैं, जिन्हें मंगलवार को गिरा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी निवासियों को ‘असुरक्षित क्षेत्रों’ से सुरक्षित निकाल लिया गया है।
सीबीआरआई की देखरेख में होगा विध्वंश
केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई), रुड़की के विशेषज्ञों की एक टीम की देखरेख में इमारतों को गिराने का काम शुरू होगा। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम जरूरत पड़ने पर विध्वंस कार्य में जिला प्रशासन की सहायता के लिए तैयार है। एनडीआरएफ ने कहा, “विशेषज्ञ जमीन पर हैं और प्रशासन उनके निर्देश और सलाह पर कार्रवाई करेगा।”
स्थानीय निवासी मनमोहन सिंह रावत ने कहा, “वे अभी भी यहां रह रहे 15-20 परिवारों की सुरक्षा के लिए इन होटलों को तोड़ रहे हैं। हमारे घरों को नष्ट कर दिया गया है।”
सोमवार को टीम ने किया था दौरा
सोमवार को जल शक्ति मंत्रालय की एक टीम भी जोशीमठ पहुंची थी। जिन इलाकों में इमारतें गिराई जाएंगी, उन्हें प्रशासन ने ‘असुरक्षित क्षेत्र’ घोषित कर खाली करा दिया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों ने भी सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर मुलाकात की और राहत एवं बचाव कार्यों पर चर्चा की।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जोशीमठ क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और भूस्खलन के कारणों की जांच का आश्वासन दिया। राज्य प्रशासन को भी आपदा राहत जुटाने में केंद्र का आश्वासन दिया गया था।